ब्रम्हलीन हुए मेजर पेरसिंह बघेल

(ब्यूरो कार्यालय)

सिवनी (साई)। सिवनी जिले में भारतीय जनता पार्टी के आधार स्तंभ रहे मेजर पेर सिंह बघेल का आज 83 वर्ष की आयु में देव लोक गमन हो गया। उनका पार्थिव शरीर आज अपने गृह ग्राम ढेंकी में पंच तत्व में विलीन हो गया।

मेजर पेर सिंह बघेल 1974 में सेना छोड़कर अपने गृह जिले सिवनी वापस लौटे। इसके कुछ समय उपरांत 1977 में उन्होंने राजनीति में किस्मत आजमाने के विचार से 1977 में जनाधिकार परिषद की ओर से केवलारी विधान सभा से चुनाव लड़ा। इसके पूर्व छात्र जीवन से ही उनमें नेतृत्व के गुण परिलक्षित होने लगे थे। वे डॉ. हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय के सेक्रेटरी जनरल भी रहे। इसके अलावा मेजर पेरसिंह बघेल कुश्ती में यूनिवर्सिटी के विजेता भी बने। पढ़ाई पूरी करने के बाद देश सेवा की भावना के चलते वे सेना में भर्ती हो गए। आपने 1965 और 1971 के युद्ध में महती भूमिका का निर्वहन भी किया।

थ्री जाट रेजीमेंट के वीर योद्धा, लोकतंत्र सेनानी (मीसा बंदी के रूप में आप 18 माह तक छिंदवाड़ा की जेल में निरूद्ध रहे) अपने पीछे दो पुत्रों जय सिंह और कपिल सिंह बघेल, दो पुत्रियों सहित नाती पोतों का भरा पूरा परिवार छोड़ गए हैं। आप संजय बघेल के बड़े पिताजी थे।

समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया और दैनिक हिन्द गजट परिवार इस दुख की घड़ी में परिजनों को गहन दुख सहने की क्षमता ईश्वर से प्रदान कर दिवंगत आत्मा की चिरशांति की कामना ईश्वर से करता है।