जब तक की चाय कढ़ाई में बनाने की नौबत न आ जाए . . .

गप्पू- जानते हो भाई बीवी अगर मायके गई हो तो आदमी तब तक बर्तन नहीं धोता

बंटी- कब तक?

गप्पू- जब तक की चाय कढ़ाई में बनाने की नौबत न आ जाए।