वरिष्ठ इंका नेता आशुतोष वर्मा पंचतत्व में विलीन

(ब्यूरो कार्यालय)
सिवनी (साई)। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं दो बार विधान सभा चुनाव लड़ने वाले आशुतोष वर्मा पंच तत्व में विलीन हो गए। उन्हें उनके पुत्र ने मुखग्नि दी।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष एवं वरिष्ठ इंका नेता 71 वर्षीय आशुतोष वर्मा का शनिवार 16 मार्च को प्रातः आठ बजे ह्रदय गति रूक जाने से दुखद निधन हो गया है। श्री वर्मा का अंतिम यात्रा सोमवार 18 मार्च को प्रातः 10 बजे उनके निज निवास अंबिका सदन पालीटेक्निक कालेज के पीछे बारापत्थर से कटंगी रोड स्थित मोक्षधाम के लिये निकाली गई। श्री वर्मा अपने पीछे पत्नि सहित एक पुत्र एवं पुत्री, भाई – बहिन एवं भतीजा तथा नाती – पोतो से भरा पूरा परिवार शोककुल छोड़ गये है।
आशु भैया के नाम से पहचाने जाने वाले आशुतोष वर्मा की राजनैतिक पृष्ठिभूमि कांग्रेस की रही है। श्री वर्मा ने अपना राजनैतिक सफर छात्र राजनीति से प्रारंभ कि या था। वर्ष 1977 और 1980 के मध्य वे युवक कांग्रेस के जिला सहित प्रदेश स्तर तक के विभिन्न पदों का उन्होंने बखूबी निर्वाहन किया। इस दौरान तत्कालीन प्रदेश युवक कांग्रेस अध्यक्ष दिग्विजय सिंह के साथ भोपाल में जनता सरकार के विरूद्ध किये गये आंदोलन में वे जेल भी गये। इसी दौरान उन्होंने सिवनी में भी युवक कांग्रेस का झंडा बुलंद करते हुये अनेक आंदोलन किये और गिरफ्तारी दी। इसी कार्यकाल में श्री वर्मा ने एलएलबी की उपाधि भी हासिल कर ली थी तथा अपने पिता प्रसिद्ध सिविल लायर ओपी वर्मा के साथ प्रक्टिस भी की।
दिवंगत श्री वर्मा वर्ष 1988 से जिला कांग्रेस कमेटी के महामंत्री नियुक्त किये गये उस समय जिला कांग्रेस कमेटी में एक ही महामंत्री हुआ करता था, उन्होंने तीन टर्म इस दायित्व का कुशलता के साथ निर्वाहन किया। राजनैतिक क्षेत्र में सक्रियता एवं कांग्रेस के प्रति समर्पण को देखते हुये पार्टी द्वारा वर्ष 1993 एवं 1998 के विधानसभा चुनाव में इन्हें सिवनी विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी बनाया गया। वे कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रशिक्षक भी रहे। सन 2013 में उन्हें प्रदेश प्रतिनिधि का दायित्व भी सौंपा गया। वर्तमान में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष थे।
श्री वर्मा की साहित्यिक एवं सांस्कृतिक क्षेत्र में गहरी रूचि थी, उन्होंने इस क्षेत्र से जुड़े साथियों एवं पत्रकार मित्रों के साथ मिलकर सदभाव नामक एक संस्था का गठन 1997 में किया। इस संस्था द्वारा प्रतिवर्ष जिले की गंगा जमनी तहजीब के अनुरूप किया जाने वाला कवि सम्मेलन आज भी लोगो की सुखद स्मृति है। इसके अलावा श्री वर्मा के नेतृत्व में जमुनिया (कटंगी) में आई प्राकृतिक आपदा में संस्था द्वारा पीडितो की मदद की गयी, शहीद बिंदू कुमरे की स्मृति को अक्षुण्य बनाये रखने के लिये उनके ग्राम जावरकाठी में एक स्मारक भी बनाया गया। इसके अलावा संस्था द्वारा अन्य साहित्यिक गतिविधियों का संचालन भी जारी रहा।
दिवांगत श्री वर्मा की पत्रकारिता में भी प्रारंभ से रूचि रही है वर्ष 1985 से फ्रीलांसर पत्रकारिता की। उन्होंने साप्ताहिक समाचार पत्र दर्पण झूठ न बोले का नियमित प्रकाशन भी किया। इस समाचार पत्र में जिले की राजनैतिक डायरी लिखा करते थे वह पाठकों के लिये रोचक सामग्री थी।
वर्तमान में वे पूर्व केन्द्रीय मंत्री स्वर्गीय विमल वर्मा द्वारा मेधावी छात्र छात्राओं के सम्मान हेतु गठित दो न्यास केपी वर्मा स्मृति न्यास एवं श्रीमती लक्ष्मी वर्मा स्मृति न्यास के अध्यक्ष थे। उनकी अंतिम यात्रा में बड़ी तादाद में लोगों ने उन्हें अंतिम बिदाई दी।