आईटीआई कॉलेज छपारा के विद्यार्थियों को दिलाई जा रही ऑन जॉब ट्रेनिंग

विद्यार्थियों ने प्लाऊ,कल्टीवेटर एवं थ्रेशर व सीड्स ड्रिल बनाना सीखा

(ब्यूरो कार्यालय)

सिवनी (साई)। देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए औद्योगिक विकास जरूरी है। उद्योग के लिए कुशल मानव संसाधन तैयार करने में आईटीआई कॉलेज अहम भूमिका का निभाते हैं। जहां औद्योगिक कार्य कुशलता वाले विद्यार्थी तैयार होते हैं। इसी उद्देश्य से शासकीय आईटीआई कॉलेज छपारा के मैकेनिकल ब्रांच के विद्यार्थियों को सिवनी के एक कृषि उपकरण बनाने वाली इंडस्ट्रीज में 15 दिवसीय ऑन जॉब ट्रेनिंग करवाई गई।

इनमें अधिकांश विद्यार्थी ग्रामीण क्षेत्र से हैं, जो प्रशिक्षण में खुद भी खासी रूचि लेकर तकनीकी ज्ञान पा रहे हैं। आईटीआई कॉलेज के प्राचार्य नलिन तिवारी ने बताया कि उद्योगों की कार्य संस्कृति से अवगत कराने और उसमें अनुकूलता लाने के लिए ही यह ऑन जॉब ट्रेनिंग कराई जा रही है। इसमें विद्यार्थी इंडस्ट्री में लगातार 20 दिन पहुंच कर उद्योग की कार्यप्रणाली को नजदीक से देख व समझ पाते हैं।

यहां विद्यार्थी विभिन्न मशीनों को चलाने और उनका सुरक्षित रखते हुए उत्पादों के निर्माण की प्रक्रिया को वास्तविक रूप से जानते समझते और सीखते हैं। अध्ययन की यह विधा प्रशिक्षण की गुणवत्ता को निखारने वाला विशेष अवसर है। यह विद्यार्थियों को कार्य स्थल की वास्तविकता से अवगत कराती है। प्राचार्य ने बताया कि एक शोध के अनुसार किसी कर्मचारी की 80 से 90 प्रतिशत कार्य कुशलता वास्तविक प्रशिक्षण के माध्यम से ही हासिल होती है। इससे उद्योगों की सही स्थति का ज्ञान विद्यार्थियों को प्राप्त होता है।

कृषि में उपयोगी सामग्री बना रहे इंडस्ट्रीज के विशेषज्ञ अधिकारी रजत ताम्रकार ने बताया कि इस उद्योग में विभिन्न कृषि उपकरणों जैसे सीड्स ड्रिल, थ्रेसर, कल्टीवेटर, प्लाऊ आदि का निर्माण किया जाता है। यहां उपयोग में आने वाली सीएनसी मशीन, हाइड्रोलिक प्रेस मशीन, लेंथ मशीन आदि के विषय में उपस्थित विद्यार्थियों को प्रायोगिक ज्ञान प्रदान किया जा रहा है। साथ ही टीग वेल्डिंग, मिग वेल्डिंग, आर्क वेल्डिंग, कटिंग, ड्रिलिंग इत्यादि संक्रिया का अत्याधुनिक मशीनों की सहायता व नवीन तकनीकों का प्रयोग कर विद्यार्थियों ने कहा, अनुभव काम का

आईटीआई के विद्यार्थी महेन्द्र चंद्रवंशी ने इस प्रशिक्षण को अत्यंत उपयोगी बताया। छात्र हरि ओम  उइके बताते है कि हाइड्रोलिक प्रेस मशीन के माध्यम से ड्रिल पूर्ण परिशुद्धता के साथ कम समय में किया जाना सीखा जो एक अद्भुत अनुभव है। अखिलेश यादव  को प्रशिक्षण की यह नई विधा बहुत पसंद आई। सम्पादन कैसे किया जाता है यह भी विद्यार्थी स्वयं करके देख और सीख रहे हैं।

उन्होंने बताया कि आईटीआई के विद्यार्थी के लिए अत्यंत उपयोगी है, वरन उद्योगों के लिए भी लाभकारी सिद्ध होगा। कहा कि वर्तमान में युवाओं को रोजगार की आवश्यकता है और उद्योगों को कुशल मानव संसाधन की। आई टी ऑफिसर संजय उईके ने कहां कि यह प्रशिक्षण उद्योगों और युवाओं के मध्य एक सेतु का काम करेगा। उक्त ऑन जॉब ट्रेनिंग में प्रशिक्षण अधिकारी द्वय यशवीन ठाकुर व मनीषा  थापा शामिल रहे।