आईटीआई छपारा के ऑटोमोंबाइल सेक्टर के विद्यार्थियों ने प्राप्त की मारूति सुजूकी अधिकृत सर्विस सेंटर में ऑन जॉब ट्रेनिंग

(ब्यूरो कार्यालय)

सिवनी (साई)। प्राचार्य आईटीआई कॉलेज छपारा नलिन तिवारी ने बताया कि ऑटोमोटिव उद्योग में तकनीकी तरीकों में निरन्‍तर परिवर्तन के कारण कार वर्कशॉप में OJT महत्‍वपूर्ण है। उद्योगों के लिए कुशल जनशक्ति तैयार करने का दायित्व तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विभाग के अंतर्गत संचालित आईटीआई कॉलेज का है।

प्राचार्य आईटीआई कॉलेज छपारा नलिन तिवारी ने बताया कि इन्‍हीं उद्देश्‍यों की प्रतिपूर्ति के लिए आईटीआई के विद्यार्थी प्रशिक्षण पूर्ण करने के उपरांत विभिन्न शासकीय व अशासकीय उद्योगों में नियोजित होते हैं। उद्योगों से अनुकूलता प्रदान करने के उद्देश्य से ही कॉलेज अपने विद्यार्थियों को ऑन जॉब ट्रेनिंग करवाता है। जिससे विद्यार्थी उद्योगों की कार्यप्रणाली व नवीन तकनीक से अवगत होते हैं एवं स्‍वयं प्रायोगिक तौर से प्रशिक्षण प्राप्त करते हैं और कार्य संस्कृति से अवगत होते हैं।

व्यवसाय प्रशिक्षण अधिकारी नीरज उइके के कुशल मार्गदर्शन में उक्त प्रशिक्षण निष्पादित हुआ। जहां सर्विस सेंटर के संचालक श्री सुधीर कौशिक के निर्देशन पर सेंटर के सुपरवाइजर श्री सुशील भलावी तथा हेड मैकेनिक आनंद ठाकुर ने विद्यार्थियों को ऑटोमोबाइल प्रौद्योगिकी में उन्‍नत तकनीक जैसे हाइब्रिड और इलेक्ट्रिक वाहनों में इलेक्‍ट्रानिक प्रणालियों की कंप्‍यूटराइज्‍ड समस्‍या को समझना और इसका निदान करना ग्राहकों से संवाद कर वाहन/इंजन से संबंधित समस्‍याओं को समझना,इंजन की कार्यप्रणाली,वाहन के कूलिंग सिस्टम,सस्पेंशन सिस्टम ,गियर, ब्रेक, फ्यूल सप्लाई सिस्टम, इलेक्ट्रॉनिक सेंसर सिस्टम, OBD स्कैन टूल का उपयोग कर एरर ढूंढना,बीएस VI एग्जास्ट सिस्टम, DPF सेंसर, व्हील अलाइनमेंट,हाईटेक उपकरणों के विषय में छात्रों को विस्‍तारपूर्वक जानकारी दी तथा इंडस्ट्री में सुरक्षा तथा सावधानियों के बारे में बताया।

ऑटोमोबाइल सेक्टर की तकनीकी से संबंधित व्‍यावहारिक ज्ञान को सूक्ष्मता से समझाया गया। कॉलेज छात्र अयान ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि उन्हें इस भ्रमण से जानकारी प्राप्त हुई कि बीएस 6 वाहनों में किस प्रकार प्रदूषण में कमी लायी जाती है, साथ ही बीएस 4 व बीएस 6 में अंतर समझ आया। छात्र गजानन ने इस भ्रमण को बहुत ही उपयोगी बताते हुए कहा कि उन्‍होंने तकनीकी समस्‍या को पहचानकर उसका निदान, विभिन्‍न प्रकार के हाइड्रोलिक एवं पावर टूल से करना सीखा। आईटी ऑफिसर संजय उईके ने बताया कि संस्था निरन्तर छात्र -छात्राओं के हित के लिए प्रयासरत रहती है।