कृषकों से एफएक्यू मानक का ही मूंग उपार्जन हेतु लाने की अपील
(ब्यूरो कार्यालय)
सिवनी (साई)। भारत सरकार की प्राईससपोर्ट स्कीम अन्तर्गत वर्ष 2024 (विपणन वर्ष 2024-25) में ग्रीष्मकालीन फसल मूंग एवं उड़द को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर उपार्जन के लिये जिले में 5 उपार्जन केन्द्रों का निर्धारण किया गया है। इन उपार्जन केन्द्रों पर मूंग उड़द उपार्जन का कार्य जारी है। ग्रीष्मकालीन फसल मूंग एवं उड़द के उपार्जन हेतु वरिष्ठालय से प्राप्त निर्देशानुसार कृषकों की सुविधा को देखते हुये स्लॉट बुकिंग की अंतिम तिथि 19 जुलाई 2024 से बढ़ाकर 22 जुलाई 2024 कर दी गई है।
आज दिनांक की स्थिति में सिवनी जिले में 872 कृषकों से कुल 13656 क्विटल मूंग का उपार्जन 5 उपार्जन केन्द्रों में किया जा चुका है मूंग के गुणवत्तापूर्ण उपार्जन हेतु प्रत्येक उपार्जन केन्द्र के लिये नोडल एवं सहायक नोडल अधिकारी नियुक्ति किये गये है जो कि समय समय पर उपार्जन केन्द्रों का निरीक्षण कर उपज की गुणवत्ता एवं उपार्जन केन्द्र की सुविधाओं का निरीक्षण कर रहे है। इसके साथ ही जिला उपार्जन समिति के अधिकारी उपसंचालक कृषि श्री मोरिस नाथ, जिला विपणन अधिकारी श्री के.आर. परतेती, जिला प्रबंधक म.प्र. वेयर हाउसिंग कॉपोरेशन सिवनी श्री रविन्द्र तारम द्वारा भी उपार्जन केन्द्रों का निरीक्षण सतत् रूप से किया जा रहा है। विगत दिनों नाफेड भोपाल से आये अधिकारी श्री डी.एम. मुटेकर क्लस्टर अधिकारी द्वारा भी जिला उपार्जन समिति के साथ उपार्जन केन्द्र नरेला, सिमरिया एवं शिवगंगा वेयर हाउस हरहरपुर का निरीक्षण किया गया तथा कृषक भाईयों को मानक स्तर का मूंग उपार्जन केन्द्र में लाने हेतु समझाईस दी गई।
उपसंचालक कृषि श्री मोरिस नाथ द्वारा कृषक भाईयों से अपील की जाती है कि वे ग्रीष्म कालीन मूंग एवं उड़द के उपार्जन हेतु मानक गुणवत्ता विजातीय तत्व 2 प्रतिशत अन्य खाद्यान 3 प्रतिशत, क्षतिग्रस्त दाने 3 प्रतिशत, आंशिक क्षतिग्रस्त दाने 4 प्रतिशत, सुकडे, कुमलाहे एवं टूटे दाने 3 प्रतिशत, विविल्ड पल्सेस 4 प्रतिशत एवं नमी 12 प्रतिशत गुणवत्ता (FAQ) का ही मूंग उपार्जन केन्द्र पर लाये, जिससे की अनावश्यक परेशानी का सामना न करना पड़े।