कृषि विज्ञान केंद्र सिवनी में विकसित भारत अभियान 100 दिवस कार्य योजना अंतर्गत प्रशिक्षण कार्यक्रम आयेजित

स्वसहायता समूहो, कृषक उत्पादन संगठनों एवं पी.एम.एफ.एम.ई लाभार्थीयो की क्षमता वर्धन विषय पर प्रशिक्षण आयोजित

एक पेंड मां के नाम के अंतरर्गत वृक्षारोपण संपन्न

(ब्यूरो कार्यालय)

सिवनी (साई)। प्रभारी अधिकारी कृषि विज्ञान केन्द्र, सिवनी ने जानकारी देकर बताया कि कृषि विज्ञान केन्द्र के दर्पण सभागार में विकसित भारत अभियान 100 दिवस कार्य योजना अंतर्गत प्रशिक्षण का आयोजन कार्यक्रम में स्वागत उद्बोधन के दौरान कृषि विज्ञान केंद्र सिवनी के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ. शेखर सिंह बघेल द्वारा विभिन्न स्वसहायता समूहो, कृषक उत्पादन संगठनों एवं पी.एम.एफ.एम.ई लाभार्थीयों को समझाइस देते हुए बताया गया कि सिवनी जिला कृषि में अग्रणी है और भरपूर संसाधन होने के कारण हम आस-पास के जिलों को भी खाद्यान्न उपलब्ध कराते हैं। जिस कारण संगठित होकर या संगठन बनाकर विभिन्न प्रकार की कृषि से जुडी खाद्य सामग्री एवं कृषि आधारित व्यवसाय के तौर पर अपनाया जाना लाभप्रद हो सकता है। जिससे किसान भाइयों की अतिरिक्त आय का रास्ता खुलेगा एवं कृषि में विभिन्न प्रकार के जोखिमों से छुटकरा पाने की राह आसान होगी। जिले की विभिन्न फसलों में मुख्य रूप से गेहू, चना, मक्का, धान, सरसों, अलसी, तुअर, अरहर, मसुर, आदि का गुणवत्तापूर्ण बीज उत्पादन एवं विक्रय तथा प्रसंस्करण के द्वारा कृषक समाज समृद्ध एवं खुशहाल बनने की और अग्रसर होंगा।

उन्होंने बताया कि जिले में विभिन्न उघोगों की अपार संभावना है, प्रशिक्षण के दौरान चर्चा करते हुऐ बताया की समूहो एवं सगठनों द्वारा प्रसंस्कृत खादय पदार्थो का निर्माण हेतु कच्चे माल की उपलब्धता तथा प्रसंकरण इकाई लगाने हेतु आवश्यक उपकरण के बारे मे सही जानकारी होना अनिवार्य है। विभिन्न प्रसंस्कृत खादय पदार्थ जैसे- मैदा, दलिया, बेसन, दाल, मुरमुरा, पोहा, लाभ प्रसंस्करण दूग्ध एवं दूग्ध पदार्थ हर्बल पदार्थ, अगरबत्ती निर्माण एवं मशाला उघोग की स्थापना तथा तकनीकी पर प्रकाश डाला गया। तथा समूहो द्वारा इन्हे उघोग के रूप में अपनाने हेतु जानकारी दी गई।

डॉ. निखिल कुमार सिंह, वैज्ञानिक द्वारा बताया गया कि व्यवसाय शुरू करने के पहले बाजार का मूल्यांकन एवं वस्तुओं के दाम के निर्धारण हेतु जानकारी तथा विभिन्न डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से सामग्रियों की मांग के बारे में जानकारी का विश्लेषण करें एवं निजी क्षेत्र की कंपनियों  जैसे अपने समूह द्वारा निर्मित उत्पादों की गुणवत्ता एवं पैकेजिंग ब्रांडिंग को ध्यान में रखकर अधिकतर लाभ लेने हेतु विभिन्न उपायों को अपनाने हेतु मार्गदर्शन दिया गया। एक पेड मां के नाम अभियान के सतत् क्रियान्वयन करते हुऐ वृक्षारोपण में पर्यावरण जागरूकता का संदेश देते हुऐ प्रशिक्षुओं के द्वारा कृषि विज्ञान केन्द्र परिसर में वृक्षारोपण किया गया।

कार्यक्रम मे कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक डॉ. के. के. देशमुख, डॉ. जी. के. राणा, इंजी. कुमार सोनी, श्रीमति आभा श्रीवास्तव, श्री शुभम झारिया, श्री शिवशंकर मिश्रा, श्री देवी प्रसाद तिवारी, हिमांशु कुमारे, श्री हिमेश गढेवाल एवं कृषि विज्ञान केन्द्र, सिवनी के सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों का उल्लेखनीय योगदान रहा।