07 अगस्‍त तक मनाया जा रहा विश्व स्तनपान सप्ताह मनाया

(ब्यूरो कार्यालय)

सिवनी (साई)। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार एवं मिशन संचालक राष्ट्रीय, स्वास्थ्य मिशन म.प्र भोपाल के आदेशानुसार इस वर्ष “क्लोजिंग द गैप ब्रेस्टफीडिंग सपोर्ट फॉर ऑल” Closing the gap: Breastfeeding Support for all पर 01 अगस्त से 07 अगस्त  विश्व स्तनपान सप्ताह मनाया जा रहा है।

इसी परिपेक्ष्य में कलेक्टर सुश्री संस्कृति जैन के निर्देशानुसार एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास विभाग सिवनी श्री अभिजित पचौरी के मार्गदर्शन में जिले में विविध गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में सोमवार 05 अगस्त को महिला बाल विकास परियोजना घंसौर अंतर्गत  सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र घंसौर में स्तनपान और परिवार सहभागिता  Counselling Hours/Days कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विषय विशेषज्ञों द्वारा ओपीडी में आने वाली गर्भवती महिलाएं, पीएनसी वार्ड की धात्री माताएं और एनआरसी में भर्ती बच्चों की माताओं और उनके परिवारजनों को स्तनपान और परिवार सहभागिता पर परामर्श दिया गया।

खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. भारती सोनकेशरिया और परियोजना अधिकारी घंसौर स्वेता जुनेजा ने महिलाओं को स्तनपान के महत्व और सही समय पर पोषण आहार देने के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि स्तनपान शिशु के संपूर्ण विकास और मां के स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है। साथ ही परिवार सहभागिता के महत्व पर भी विस्तृत जानकारी दी गई। इस अवसर पर अंतरा फाउंडेशन से सिन्धू नायर और डॉ. हरीश मदिवल ने कंगारू मदर केयर (Kangaroo Mother Care) के महत्व एवं बच्चों के सही एवं पौष्टिक खान-पान के तरीके पर भी विस्तृत जानकारी दी गई। कार्यक्रम में में डॉ. भारती सोनकेसरिय, सीडीपीओ स्वेता जुनेजा, समस्त पर्यवेक्षक (महिला बाल विकास विभाग), सिन्धू नायर, हरीश मदिवल (अंतरा फाउंडेशन), और स्टाफ नर्स उपस्थित रहे।

कार्यक्रम का उद्देश्य माताओं और परिवारों को स्तनपान के महत्व के प्रति जागरूक करना, सही पोषण के प्रति सजग करना और कंगारू मदर केयर जैसी तकनीकों के बारे में जानकारी प्रदान करना था। इस प्रकार के प्रयासों से शिशु और मातृत्व स्वास्थ्य में सुधार होता है और समुदाय में स्वास्थ्य संबंधी जागरूकता बढ़ती है। साथ ही जन्म से 6 माह तक केवल और केवल स्तनपान कराने एवं 6माह पश्चात ऊपरी आहार देने का महत्व बताया गया।