एक मुर्गा था, बहुत जिद्दी था, अपने मालिक को बहुत परेशान करता था।
मालिक ने तंग आकर एक दिन उसे एक टोकरी मे बंद कर दिया।
लेकिन, मुर्गा तो जिद्दी था। पीछे से निकल गया।
मालिक को फिर गुस्सा आया। इस बार उसने मुर्गे को पिंजरे मे बंद कर दिया।
लेकिन, मुर्गा तो जिद्दी था। फिर पीछे से निकल गया।
मालिक को इतना गुस्सा आया कि उसने मुर्गे को मारा, पकाया और खा गया।
लेकिन, मुर्गा तो जिद्दी था….
. . . फिर पीछे से बाहर आ गया . . .
(साई फीचर्स)