दारागज मे बन रहे दुकानजी का कोलाज संग्रहालय महाकुम्भ होगा में आकर्षण का केन्द्र

(एल.एन. सिंह)

प्रयागराज (साई)। प्रयागराज के श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी दारागंज में बन रहा दुकानजी का कोलाज संग्रहालय महाकुंभ 2025 में आकर्षण का केंद्र होगा। इस संग्रहालय में दुनिया की सबसे छोटी कुरान और दुनिया की सबसे छोटी सनातन धर्म की रक्षक गीता प्रदर्शित की जाएंगी, जिन्हें अब तक 122 देशों के लोग देख चुके हैं और जिन पर डॉक्यूमेंट्री भी बन चुकी हैं।

संग्रहालय का संघर्ष

अंतर्राष्ट्रीय मूंछ नृत्य कलाकार राजेंद्र कुमार तिवारी (दुकानजी) द्वारा बनाए जा रहे इस कोलाज संग्रहालय का अस्तित्व तब खतरे में पड़ गया था जब उन्हें घर से बेघर होना पड़ा। उन्होंने सरकार, शासन, प्रशासन, जिलाधिकारी, कमिश्नर, महापौर, सांसद और विधायक से सहयोग मांगा, लेकिन उन्हें सिर्फ़ आश्वासन ही मिला। ऐसे समय में अखाड़े के सचिव महंत यमुनापुरी जी ने उन्हें अखाड़े के अंदर एक कमरे में शरण दी और कहा कि जब तक सरकार या प्रशासन सहयोग नहीं करता, तब तक वे अपने संग्रहालय की सामग्री यहाँ रखकर उसे बचाए रखें।

7 वर्षों का संघर्ष

दुकानजी ने 7 वर्षों तक तनावपूर्ण जीवन व्यतीत किया और उनकी आर्थिक स्थिति काफ़ी ख़राब रही। इस दौरान उन्हें अपने भाई-बहन, दोस्त और शहर के कुछ सम्मानित लोगों से सहयोग मिलता रहा, जिससे उनका जीवन चलता रहा। लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और उनके दिमाग में बस यही रहता था कि क्या उनका संग्रहालय महाकुंभ में बन पाएगा।

अखाड़े का सहयोग और संग्रहालय का पुनरुत्थान

कहीं से कोई सहयोग न मिल पाने के कारण महानिर्वाणी अखाड़े के यमुना पुरी जी ने अपने बगल में अखाड़े के एक मकान में दो कमरे देकर कोलाज संग्रहालय बनाने के लिए दिए। अब दुकानजी उन कमरों में संग्रहालय में बची हुई कुछ सामग्री को लगाकर अपने संग्रहालय की कल्पना को फिर से साकार करने में लग गए हैं और लोगों से सहयोग की उम्मीद कर रहे हैं। वे लोगों से उनके घरों में पड़ी पुरानी चीजें मांग रहे हैं ताकि वे अपने संग्रहालय को सजा सकें और उसकी शोभा बढ़ा सकें। उन्हें अभी भी शासन, प्रशासन, सांसद और विधायक से कुछ सहयोग मिलने की आशा है।

क्षति और पुनर्निर्माण

दुकानजी जब 7 वर्षों से बंद कमरे में संग्रहित सामान लेने पहुँचे, तो पाया कि 80 प्रतिशत सामान को दीमक ने अपनी चपेट में ले लिया था। अब वे बचे हुए सामान को साफ़ करके संग्रहालय का पुनरुत्थान करने में लगे हैं।

मुख्य बातें

महाकुंभ 2025 में आकर्षण का केंद्र होगा दुकानजी का कोलाज संग्रहालय।

दुनिया की सबसे छोटी कुरान और गीता होंगी प्रदर्शित।

7 वर्षों तक दुकानजी ने आर्थिक और मानसिक संघर्ष का सामना किया।

महानिर्वाणी अखाड़े ने संग्रहालय बनाने के लिए जगह दी।

सामग्री का बड़ा हिस्सा दीमक से क्षतिग्रस्त हुआ।

दुकानजी लोगों और प्रशासन से सहयोग की उम्मीद कर रहे हैं।

अखिलेश दुबे

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