पात्रता देखे बिना ही दे दिये भुगतान के निर्देश!

 

 

स्वास्थ्य विभाग में चल रहे चमड़े के सिक्के!

(अय्यूब कुरैशी)

सिवनी (साई)। जिला स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण अधिकारी डॉ.मधुसूदन धर्डे के द्वारा उपयोग में लायी गयी इनोवा के देयक भुगतान का मामला अब तूल पकड़ने लगा है। इस मामले में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ.के.सी. मेश्राम द्वारा बिना परीक्षण कराये ही डॉ.धर्ड़े के देयक के भुगतान के निर्देश दे दिये गये हैं।

सीएमएचओ कार्यालय के उच्च पदस्थ सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि डीएचओ डॉ.धर्ड़े के द्वारा 08 मई को भोपाल यात्रा के दौरान इनोवा वाहन को किराये पर लिया गया था। इस यात्रा का देयक उनके द्वारा प्रस्तुत किये जाने के बाद नेशनल हेल्थ मिशन में पदस्थ लेखापाल (डीपीएम) के द्वारा इसमें आपत्ति लगाकर देयक वापस कर दिया गया था कि डॉ.धर्डे को इनोवा वाहन की पात्रता नहीं है।

सूत्रों ने बताया कि इसके उपरांत डॉ.धर्डे के द्वारा डीपीएम चंद्रभूषण तेलंग पर अपमान जनक तरीके से देयक वापस करने के आरोप लगाते हुए जिला कलेक्टर को एक शिकायत भेजी गयी थी। इस शिकायत की प्रति उन्होंने सीएमएचओ को भी प्रेषित की थी।

सूत्रों की मानें तो इस शिकायती पत्र में यह बात साफ तौर पर उल्लेखित है कि डीपीएम श्री तेलंग के द्वारा डॉ.धर्डे का देयक इसलिये लौटाया गया था क्योंकि उन्हें इनोवा की पात्रता नहीं है। इसके बावजूद भी इस शिकायत पर सीएमएचओ के द्वारा देयक के भुगतान के निर्देश जारी कर दिये गये थे।

सूत्रों ने कहा कि सीएमएचओ को चाहिये था कि इस तरह से सीधे – सीधे भुगतान के निर्देश जारी करने के पहले वे इस बात का परीक्षण अवश्य करवा लेते कि वास्तव में डॉ.एम.एस. धर्डे को इनोवा वाहन की पात्रता है अथवा नहीं! अगर डीएचओ को पात्रता है तभी उनके द्वारा इस तरह के निर्देश जारी किये जाते तो उचित कहा रहता।

सूत्रों ने यह भी कहा कि स्वास्थ्य विभाग में चमड़े के सिक्के चल रहे हैं। जिसका जो मन हो रहा है वह वैसा काम कर रहा है। विभाग के अधिकारी और कर्मचारी पूरी तरह निरंकुश हो चुके हैं। सीएमएचओ डॉ.के.सी. मेश्राम का नियंत्रण अधीनस्थ कर्मचारियों पर नहीं रह गया है।

सूत्रों ने यह भी बताया कि चूँकि डॉ.के.सी. मेश्राम और डॉ.एम.एस. धर्डे सहपाठी रहे हैं और दोनों को गीत संगीत में बहुत रूचि है इसलिये नियम कायदों को बलाए ताक पर रखकर प्रभारी सीएमएचओ डॉ.के.सी. मेश्राम के द्वारा प्रभारी डीएचओ डॉ.एम.एस. धर्डे के देयक पास करने के निर्देश जारी किये गये हैं।

सूत्रों ने इस बात के संकेत भी दिये हैं कि सीएमएचओ डॉ.के.सी. मेश्राम की चर्चित और विवादित कार्यप्रणाली को देखते हुए जिलाधिकारी के द्वारा राज्य शासन को एक टीप भेजी गयी है जिसमें डॉ.के.सी. मेश्राम की दो वेतन वृद्धियां रोकने की अनुशंसा की गयी है।