परिवहन आयुक्त द्वारा सिवनी के चेक प्वाईंट प्रभारी को अब तक नहीं किया निलंबित!
(नन्द किशोर)
भोपाल (साई)। सदा से ही चर्चाओं में रहने वाले परिवहन विभाग की तंद्रा कुछ हद तक टूटती दिख रही है। बुधवार को मेटेवानी चेक पोस्ट पर ट्रक चालकों के द्वारा एक वर्दीधारी को ट्रक से बांधकर की गई पिटाई के मामले के उठने के बाद परिवहन आयुक्त के द्वारा चेक प्वाईंट प्रभारी को परिवहन आयुक्त कार्यालय में संलग्न कर दिया है। अभी तक परिवहन निरीक्षक के निलंबन का प्रस्ताव या आदेश जारी नहीं किया गया है।
ज्ञातव्य है कि 11 जून को ही मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र सीमा पर स्थित बंद हो चुकी परिवहन जांच चौकी के समीप सड़क पर ट्रक चालकों के द्वारा हंगामा किए जाने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ था। समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया के द्वारा इस वीडियो की सच्चाई जानने का प्रयास किया गया और उसके बाद खबर के प्रसारण के उपरांत जब यह खबर मुख्यमंत्री कार्यालय तक पहुंची उसके बाद ही परिवहन विभाग हरकत में आया।
मुख्यमंत्री कार्यालय के उच्च पदस्थ सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के द्वारा प्रदेश भर की परिवहन जांच चौकियों में भ्रष्टाचार के आरोपों के उपरांत जांच चौकियों को बंद कर दिया गया था। इसके स्थान पर चेक प्वाईंट के जरिए वाहनों की जांच की व्यवस्था करवाई गई थी।
सूत्रों का कहना था कि सेंधवा और खवासा जांच चौकियों के पास चेक प्वाईंट लगाकर वसूली की शिकायतें निरंतर प्राप्त हो रहीं थीं। बुधवार को जब समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया के द्वारा तथ्यात्मक खबर का प्रसारण किया गया, उसके बाद मुख्यमंत्री के संज्ञान में यह बात आई, और उनके द्वारा परिवहन आयुक्त को इस मामले में कड़े कदम उठाने के निर्देश दिए।
सूत्रों ने बताया कि बुधवार 11 जून को घटी घटना में खाकी वर्दी, काला बेल्ट पहने युवक की पहचान कुरई थाना क्षेत्र के पिपरिया गांव के निवासी 24 वर्षीय आशीष पिता शिवप्रसाद के रूप में हुई। वह शराब के नशे में धुत्त भी बताया जा रहा था। उसके पास परिवहन विभाग या पुलिस की वर्दी कहां से आई यह बात अभी तक पता नहीं चल सकी है, किन्तु कुरई पुलिस के द्वारा देर रात तक इस मामले में किसी तरह की कोई कार्यवाही नहीं किया जाना भी आश्चर्य का ही विषय माना जा रहा है।
उधर, परिवहन आयुक्त विवेक शर्मा के हस्ताक्षरों से 11 जून को जारी आदेश में कहा गया है कि जे.पी. उईके, प्रभारी परिवहन निरीक्षक, परिवहन चेक प्वाईंट सिवनी – 1, के विरूद्ध गंभीर शिकायत प्राप्त होने के कारण उन्हें तत्काल प्रभाव से परिवहन आयुक्त कार्यालय, ग्वालियर में आगामी आदेश तक अस्थायी रूप से संबंध किया जाता है।
कहा जा रहा है कि इस आदेश में सिवनी के चेक प्वाईंट पर तैनात प्रभारी परिवहन निरीक्षक जे.पी. उईके के कार्यक्षेत्र में किसी निजि व्यक्ति के द्वारा उसी स्थान पर जहां परिवहन विभाग के द्वारा चेक प्वाईंट लगाया जाता है, वहां खाकी वर्दी पहनकर वसूली की जा रही थी और परिवहन निरीक्षक इससे अनजान रहे। इसके बाद भी अब तक परिवहन निरीक्षक को न तो निलंबित किया गया है और न ही उस आदेश में जे.पी. उईके के खिलाफ किसी तरह की जांच किए जाने की बात कही गई है।
माना जा रहा है कि परिवहन विभाग की जांच चौकियां भले ही बंद करवा दी गई हों, पर चेक प्वाईंट्स के जरिए जांच चौकियों जैसा ही काम और अघोषित वसूली जमकर की जा रही है। इस मामले में कुरई पुलिस को भी संबंधित के खिलाफ मामला दर्ज कर इस बात की जांच की जाना चाहिए कि उसके पास खाकी वर्दी, बेल्ट आदि कहां से आया और वह किस अधिकार से, किसके कहने पर, किसके संरक्षण में ट्रक चालकों से अवैध वसूली कर रहा था।

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