बाघ नहंीं बिल्ली मरी थी कुंए में डूबकर!

 

(ब्यूरो कार्यालय)

मोहगाँव (साई)। कुएं में बाघ शावक का शव होने की खबर से सोमवार को वन अमले में हड़कंप मच गया। मौके पर जब पेंच टाइगर रिजर्व के वन्य प्राणी पशु चिकित्सक व अधिकारियों ने कुएं से निकाले गये शव का परीक्षण किया तो पता चला कि बाघ शावक की नहीं बल्कि कुएं के पानी में डूबने से बिल्ली की मौत हुई है।

शव सड़ी गली हालत में होने के कारण दक्षिण सामान्य वन मण्डल का अमला कुएं में डूबने से मृत हुई बिल्ली की पहचान नहीं कर सका। मैदानी अमले व रहवासियों ने कुएं में मृत बिल्ली को बाघ शावक मान लिया। इसकी सूचना रूखड़ परिक्षेत्र के अमले ने पेंच टाइगर रिजर्व के अधिकारियों को दे दी। जब विशेषज्ञ मौके पर पहुँचे तो शव देखते ही अधिकारियों ने बिल्ली के शव को पहचान लिया।

दुर्गंध फैलने के बाद वन अमले को दी सूचना : दक्षिण सामान्य वन मण्डल रूखड़ वनपरिक्षेत्र के मोहगाँव सड़क में सोमवार सुबह बस्ती में स्थित गनेश के घर से लगे कुएं में दुर्गंध उठने के बाद क्षेत्र वासियों ने कुएं में किसी जंगली जानवर के मृत होने की खबर वन अमले को दी थी। मौके पर अमले ने पहुँचकर मच्छरदानी की जाली लकड़ियों में बांधकर करीब 40 फिट गहरे कुएं से शव को निकाला गया।

बाद में इसकी सूचना रूखड़ रेंजर दानिश उइके, पेंच टाइगर रिजर्व के एसडीओ बीपी तिवारी, वन्यप्राणी पशु चिकित्सक डॉ अखिलेश मिश्रा, पेंच अधीक्षक आरएस चौहान को दी गयी।सूचना पर पेंच का अमला व अधिकारी मौके पर पहुँच गये। शव परीक्षण व पंजे देखने के बाद अधिकारियों ने स्पष्ट कर दिया कि मृत जानवर बाघ शावक नहीं है। बल्कि क्षेत्र की कोई बिल्ली कुएं में गिरकर मृत हुई है। बाद में बिल्ली के शव को मौके पर जला दिया गया।