बार-बार डंपर पकड़े जाने पर भड़के क्रॅशर संचालक!
(अखिलेश दुबे)
सिवनी (साई)। उपनगरीय इलाके लूघरवाड़ा से कुछ दूरी पर स्थित एक हॉटल में बीति रात क्रॅशर यूनियन के सदस्य सिर जोड़कर बैठे। इस बैठक में कुछ सदस्यों के द्वारा अपनी बात रखे जाते समय इस तरह के शब्दों का प्रयोग किया गया जो सार्वजनिक रूप से शायद नहीं किया जाना चाहिये था।
उक्ताश्य की बात क्रॅशर यूनियन के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया से चर्चा के दौरान कही। सूत्रों का कहना था कि क्रॅशर यूनियन के कुछ सदस्य इस बात पर खफा थे कि खनिज विभाग के द्वारा उन पर दबाव डाला जाकर किसी मामले में पाँच अंकों में राशि ली गयी है।
सूत्रों ने बताया कि इस राशि के लिये जाने के बाद भी खनिज विभाग के द्वारा हर महीने ली जाने वाली चौथ बकायदा ली जा रही है। और तो और इतना करने के बाद भी उनके डंपर्स को हर सप्ताह पकड़ा भी जा रहा है, जिसके चलते क्रॅशर संचालकों में जमकर रोष व्याप्त था।
सूत्रों ने बताया कि इस दौरान काँग्रेस समर्थित एक क्रॅशर संचालक के द्वारा सदस्यों से कहा गया कि हाल ही में उनके द्वारा पाँच अंकों की राशि खनिज विभाग को दिये जाने के बाद भी लगातार दो सप्ताह तक बंद होते बाज़ार (शुक्रवार) को उनके डंपर का चालान बना दिया गया।
सूत्रों ने आगे बताया कि इस दौरान भाजपा समर्थित क्रॅशर संचालकों के द्वारा पूरे – पूरे मजे लिये जाते रहे। भाजपा समर्थित क्रॅशर संचालकों के द्वारा दबी जुबान से यह बात भी कही जाती रही कि इससे अच्छा तो भाजपा का शासन काल था, क्योंकि उस समय भाजपा संगठन के द्वारा अधिकारियों की मश्कें तो कसी जाती थीं, अब तो संगठन, अधिकारियों के आगे पीछे ही घूमा जा रहा है।
सूत्रों का कहना था कि इस दौरान क्रॅशर संचालकों के द्वारा यह भी कहा गया कि जब डंपर्स पकड़कर चालान ही बनाया जाना था तो उन पर दबाव बनाकर पाँच अंकों की राशि उनसे क्यों वसूली गयी। इस राशि का उपयोग किसी अच्छे काम के लिये कराये जाने की बात भी संचालकों के द्वारा कही गयी।
सूत्रों की मानें तो क्रॅशर संचालकों के द्वारा इस दौरान अपनी – अपनी भड़ास जमकर निकाली गयी। इस दौरान काँग्रेस समर्थित संचालकों से यह भी कहा गया कि वे जिला काँग्रेस कमेटी के आला नेताओं के जरिये खनिज विभाग में व्याप्त भर्राशाही पर लगाम लगवायें अन्यथा आने वाले समय में संचालक सड़क पर भी उतर सकते हैं। यह तो आने वाला समय ही बतायेगा कि क्रॅशर संचालक भविष्य में क्या रणनीति अपनायेंगे पर इस बैठक में संचालकों के द्वारा निकाली गयी भड़ास को लेकर अब शहर में तरह – तरह की चर्चाओं का बाजार गर्मा गया है।

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