अभी तक सामान्य से 13 फीसदी कम बारिश
(ब्यूरो कार्यालय)
भोपाल (साई)। प्रदेश में मानसून के सुस्त रवैये के कारण किसान मायूस हैं। आसमान साफ होने से चटक धूप निकलने लगी है। इससे दिन के तापमान में लगातार बढ़ोतरी हो रही है।
वहीं, उमस से लोग बेहाल हो रहे हैं। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक फिलहाल प्रदेश में कोई सिस्टम सक्रिय नहीं है। लेकिन मानसून ट्रफ (द्रोणिका लाइन) के ग्वालियर के पास से गुजरने के कारण ग्वालियर, सागर, जबलपुर संभाग के क्षेत्र में कहीं-कहीं तेज बौछारें पड़ने की संभावना है।
26 जुलाई को बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र बनने के आसार हैं। उसके प्रभाव से प्रदेश में एक बार फिर मानसून सक्रिय होने की उम्मीद है। ज्ञात हो कि अभी तक प्रदेश में सामान्य से 13 फीसदी कम बरसात हुई है। उधर मंगलवार को सुबह 8:30 बजे से शाम 5:30 बजे के बीच सतना में 14 मिमी. और नौगांव में 0.2 मिमी. पानी गिरा।
मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक वर्तमान में मानसून ट्रफ फलौदी, टोंक, ग्वालियर, बांदा, मिर्जापुर, पटना, पूर्णिया होते हुए नगालैंड तक जा रही है। इस सिस्टम के कारण ग्वालियर, सागर, जबलपुर संभाग में तेज बरसात के असार है।
शेष क्षेत्रों में तापमान बढ़े होने के कारण स्थानीय स्तर पर गरज-चमक के साथ हल्की बौछारें पड़ सकती हैं। उधर, बरसात का दौर थमने से किसानों की चिंता बढ़ रही है। विशेषकर धान की फसल लगाने वाले कास्तकार परेशान हो गए हैं। इस सीजन में अभी तक प्रदेश में सामान्य बरसात (334.2) के मुकाबले 289.6 मिमी. बरसात हुई है, जो सामान्य से 13 प्रतिशत कम है।
वरिष्ठ मौसम विज्ञानी एसके डे ने बताया कि 26 जुलाई तक बंगाल की खाड़ी के पश्चिम बंगाल कोस्ट पर एक कम दबाव का क्षेत्र बनने के संकेत मिले हैं। इस सिस्टम के कारण 27 जुलाई से मप्र में बरसात की गतिविधियों में कुछ तेजी आने की उम्मीद है।