त्यौहार में भी पानी को तरसाया पालिका ने!

 

 

 

विधायक की समय सीमा से 536 व जिलाधिकारी की समयसीमा से 171 दिन हुए ज्यादा!

(अय्यूब कुरैशी)

सिवनी (साई)। बारिश में भी अगर भगवान शिव की नगरी को बूंद बूंद पानी को तरसना पड़ रहा हो तो इसे क्या माना जाएगा! सिवनी विधायक के अल्टीमेटम दिए जाने से 536 दिन और जिलाधिकारी प्रवीण सिंह के द्वारा तय की गई समय सीमा से 171 ज्यादा बीत जाने के बाद भी अब तक जलावर्धन योजना का काम पटरी पर नहीं आ सका है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार शनिवार के बाद रविवार और सोमवार को भी नलों ने पानी नहीं उगला। इस साल भरी गर्मी में लोग पानी के लिए त्राहीमाम त्राहीमाम करते नजर आए। इसके बाद भी नगर पालिका की आखों के नूर बने जलावर्धन योजना के ठेकेदार के खिलाफ कार्यवाही करने में नगर पालिका कतराती नजर आ रही है।

नगर पालिका के उच्च पदस्थ सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि नवीन जलावर्धन योजना का काम पूरा होने के बाद ठेकेदार को पांच साल तक नई और पुरानी दोनों जलावर्धन योजनाओं के संधारण का काम करना होगा। सूत्रों ने कहा कि फाईलों में अगर ठेकेदार के द्वारा पुरानी लाईन का संधारण आरंभ कर दिया गया हो तो किसी को आश्चर्य नहीं होना चाहिए।

सूत्रों ने बताया कि छिंदवाड़ा चौक पर फिल्टर प्लांट के पास पाईप लाईन फूट जाने के कारण तीन दिनों से शहर में जल संकट की स्थिति बनी हुई है। जलसंकट को देखते हुए पालिका के द्वारा कुछ वार्ड में आंशिक जलापूर्ति की गई तो कुछ जगहों पर टेंकर्स के जरिए पानी भेजा गया।

बताया जाता है कि फिल्टर प्लांट वाली पानी की टंकी नहीं भर पाने के कारण इस पानी की टंकी से जुड़े रानी दुर्गावती वार्ड, कस्तूरबा गांधी वार्ड, किदवई वार्ड, अंबेडकर वार्ड, भगत सिंह वार्ड व तिलक वार्ड आदि में लगातार दूसरे दिन जल प्रदाय नहीं हुआ। जलापूर्ति बाधित होने के कारण वार्डवासी पानी के लिए हलाकान होते दिखे।

वहीं, नागरिकों ने बताया कि छिंदवाड़ा नाके के पास पाईप लाईन फटने के चलते शहर भर में पानी की किल्लत समझ से परे है, क्योंकि श्रीवनी एवं बबरिया फिल्टर प्लांट से जिन पानी की टंकियों को भरा जाता है उसमें छिंदवाड़ा चौक वाली टंकी सबसे अंत में पड़ती है, इस लिहाज से इस टंकी को छोड़कर शेष अन्य पानी की टंकियों से पानी का प्रदाय निर्बाध रूप से होना चाहिए था।

इधर, नगर पालिका के सूत्रों का कहना था कि यह सब घालमेल इसलिए हो रहा है क्योंकि प्रशासनिक दबाव के चलते ठेकेदार के द्वारा नवीन जलावर्धन योजना के डीपीआर को दरकिनार करते हुए नई टंकियों, पुरानी टंकियों के साथ ही साथ नई लाईनों और पुरानी लाईनों को आपस में जोड़ दिया गया है।

देखा जाए तो इस जलावर्धन योजना का काम मार्च 2016 तक पूरा कर लिया जाना चाहिए था। सिवनी के निर्दलीय विधायक (अब भाजपा विधायक) रहे दिनेश राय के द्वारा पिछले साल फरवरी के अंत तक नवीन जलावर्धन योजना को आरंभ कराने की समय सीमा तय की गई थी। इसके उपरांत इस साल फरवरी के अंत तक जिलाधिकारी प्रवीण सिंह ने भी इस योजना का काम आरंभ कराने के निर्देश दिए थे, किन्तु ठेकेदार की मनमानी जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों पर भारी पड़ती दिख रही है।

पाईप लाइन की मरम्मत के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। काम तेजी से किया जा रहा है। हम इस कोशिश में हैं कि लोग मंगलवार को परेशान न हों।

मनोज श्रीवास्तव,

सीएमओ,

नगर पालिका, सिवनी.