वैसे तो कीड़े-मकौड़ों का तय मौसम या निश्चित वक्त नहीं होता है परंतु बरसात के मौसम में घर में कॉकरोच, दीमक, मक्खी, झींगुर, मच्छर आदी का प्रकोप सामान्य मौसम से ज्यादा बढ़ जाता है, विशेष रूप से उन घरों में जहाँ साफ – सफाई पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया जाता है या घर के उन हिस्सों में जहाँ नियमित या भली प्रकार साफ सफाई नहीं की जाती है।
गीली, सीलन, नमी युक्त वाली जगह के साथ अंधेरी जगह, गंदगी आदि इन के मुख्य अड्डे होते हैं। इन कीड़े – मकौड़ों की वजह से घर में गंदगी फैलती है। खाने-पीने की सामग्री दूषित हो जाती है, घर के सदस्यों में बीमारियाँ फैलती हैं। वैसे तो नियमित साफ सफाई और घर को स्वच्छ व सूखा रखना ही इसके लिये पहला और महत्वपूर्ण कदम है। इसके अतिरिक्त इनसे छुटकारा पाने के लिये आप कुछ ये टिप्स भी अपनाइये।
रसोई के सिंक में, वाशबेसिन की नाली में २-३ फिनाईल की गोलियाँ डाल दी जाएं तो कॉकरोच व नाली से आने वाले अन्य कीड़े मकौड़े नहीं आएगें। मिक्सी व बिजली के उपकरणों के मोटर वाले भाग में पेच खोल कर १-२ नैफ्थलीन की गोलियाँ डाल दें इससे इनके मोटर वाले भाग में कॉकरोच नहीं आएगें।
इसके अलावा आजकल कई कंपनियाँ कॉकरोच भगाने की दवाईयाँ (पेस्ट) बनाती है। उन्हें मसालदानी, दालों के, तेल के डब्बों के पीछे लगा दें इससे कॉकरोच भाग जाएगें। मक्खियों व मच्छरों का प्रकोप सर्वाधिक बरसात में ही होता है ये दोनों ही रोगों के प्रसारक हैं।
मक्खियों से हैजा, पेचिश, टाइफाइड, जबकि मच्छरों से मलेरिया, डेंगू चिकनगुनिया जैसी बीमारियाँ फैलती हैं। मक्खियों व मच्छरों से बचने के लिए घर व आसपास की सफाई का विशेष ध्यान रखना पड़ता है। कूड़े – कचरे को ढक्कनदार डस्टबिन में रखें। डस्टबिन हाथों से खोलने के पश्चात हाथ अवश्य धो लें। जहाँ मच्छर – मक्खी होते हैं, वहाँ डी।डी।टी का छिड़काव करें। पौंछा लगाते समय उसमें दो बूंद फिनायल डालें। मच्छर भगाने की मशीनों व उनकी कॉयल का उपयोग करें। जाली के दरवाजे बंद रखें।
नीम के पत्ते, कपूर, लोबान आदि का धुआँ करें। खाने की मेज पर पुदीने की पत्तियों का गुच्छा रखें। मच्छर डाईनिंग टेबल से दूर रहेगें। सोने से पहले मच्छर मारने वाली दवा का स्प्रे करें। घर में गमले हों तो उनमें या उनके नीचे रखे बर्तनों में पानी इकठ्ठा न होनें दें।
नालियों के पास काई या पीलापन न जमने दें। स्पंज के टुकड़े को गरम पानी में भिगो कर निचोड़ें और उस पर लैवेंडर ऐसेंशियल आॅयल की बूंदें डालकर कमरे में लटकाएँ। मक्खी मच्छर दूर रहेगें। घर को सूखा रखें, मौसम खुला होने पर खिड़की दरवाजे खोल दें। हवा अंदर आने दें। इन उपायों को अपनाएं और बारिश के मौसम में होने वाली बीमारियों से अपने परिवार की सुरक्षा करें।
(साई फीचर्स)

समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया देश की पहली डिजीटल न्यूज एजेंसी है. इसका शुभारंभ 18 दिसंबर 2008 को किया गया था. समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया में देश विदेश, स्थानीय, व्यापार, स्वास्थ्य आदि की खबरों के साथ ही साथ धार्मिक, राशिफल, मौसम के अपडेट, पंचाग आदि का प्रसारण प्राथमिकता के आधार पर किया जाता है. इसके वीडियो सेक्शन में भी खबरों का प्रसारण किया जाता है. यह पहली ऐसी डिजीटल न्यूज एजेंसी है, जिसका सर्वाधिकार असुरक्षित है, अर्थात आप इसमें प्रसारित सामग्री का उपयोग कर सकते हैं.
अगर आप समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को खबरें भेजना चाहते हैं तो व्हाट्सएप नंबर 9425011234 या ईमेल samacharagency@gmail.com पर खबरें भेज सकते हैं. खबरें अगर प्रसारण योग्य होंगी तो उन्हें स्थान अवश्य दिया जाएगा.