छः सालों में जर्जर हो गया गर्ल्स हास्टल!

 

 

अस्सी लाख का हास्टल बिना उपयोग हो गया कबाड़!

(अय्यूब कुरैशी)

सिवनी (साई)। सरकारी पैसों की होली किस तरह खेली जाती है इसका उदहारण अगर देखना है तो सिवनी जिले में सालों से बनकर तैयार उपयोग विहीन भवनों से बेहतर उदहारण दूसरा शायद ही हो। लाखों करोड़ों रूपए फूंकने के बाद भी इन भवनों का उपयोग नहीं किया जा रहा है।

पालीटेक्निक कॉलेज प्रशासन के उच्च पदस्थ सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि पालीटेक्निक कॉलेज परिसर में गर्ल्स हास्टल का निर्माण 11 जनवरी 2013 को कराया गया था। 79 लाख 25 हजार रूपए की राशि से बनने वाले इस गर्ल्स हास्टल को भोपाल की एआरपी सेल्स इंजीनियरिंग कंपनी को नौ माह में पूरा करना था। इस काम का अधीक्षण मध्य प्रदेश गृह निर्माण अधो संरचना विकास मण्डल को करना था।

बताया जाता है कि यह हॉस्टल 2013 के दिसंबर माह में पूर्णता को प्राप्त कर चुका था। इसके बाद से छः सालों से यह भवन खाली पड़ा हुआ है। विधान सभा चुनावों के दौरान इस भवन का उपयोग ईवीएम स्टोर के रूप में अवश्य किया गया था। इस परिसर के अंदर बड़ी बड़ी झाड़ियां ऊग आईं हैं।

इतना ही नहीं इस भवन में लगे पाईप भी देखरेख के अभाव में (चित्र देखें) टूट फूट चुके हैं। इसके अलावा यहां लगे लगभग सभी कांच शरारती तत्वों के द्वारा तोड़ दिए गए हैं। इस भवन के बन जाने के बाद भी इसका उपयोग नहीं किए जाने से यहां विषैले जंतुओं का डेरा भी बहुतायत में है।

आसपास के कॉलोनी के निवासियों ने बताया कि यहां झाड़ झंखाड़ होने के कारण विषैले जंतु विशेषकर कंबल कीड़े और विषधर भी लोगों के घरों में प्रवेश कर रहे हैं। निवासियों ने जिला प्रशासन से अपील की है कि इस हॉस्टल को या तो ब्वायज हास्टल में तब्दील कर यहां विद्यार्थियों को रहने के लिए दिया जाए या फिर किसी अन्य प्रयोजन में इसका उपयोग किया जाए ताकि लगभग अस्सी लाख रूपए की इस सौगात को जर्जर होने से बचाया जा सके।

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