भारी वाहन रोकने के बजाए करें ठेकेदार पर कार्यवाही!

 

 

पूर्व पार्षद, समाजसेवी भोजराज मदने ने दी प्रतिक्रिया

(ब्यूरो कार्यालय)

सिवनी (साई)। सिवनी से नागपुर मार्ग को भारी वाहनों के लिए प्रतिबंधित किए जाने पर इस कदम को जिले के निवासियों के द्वारा भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकारण के अधिकारियों की अक्षमता करार दिया है। नागरिकों का कहना है कि एनएचएआई के द्वारा ठेकेदार की मश्कें कसने के बजाए आसान रास्ता अख्तियार किया जा रहा है।

पूर्व पार्षद और लंबे समय तक फोरलेन के लिए संघर्ष करने वाले भोजराज मदने ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया से चर्चा के दौरान कहा कि हाल ही में एनएचएआई के द्वारा सिवनी से नागपुर मार्ग को भारी वाहनों के लिए बंद करने का आदेश दिया गया है। इस आदेश की हकीकत यह है कि एनएचएआई के द्वारा मोहगांव से खवासा मार्ग का निर्माण करा रही ठेकेदार कंपनी के घटिया और नियम विरूद्ध कामों पर अंकुश नहीं लगाए जाने के परिणाम स्वरूप इस तरह का अप्रासंगि आदेश दिया गया है।

भोजराज मदने का कहना था कि एनएचएआई के अधिकारियों की झींगा मस्ती का ही नतीजा है कि छपारा से लेकर बंजारी घाट होकर गणेशगंज तक सड़क का निर्माण बहुत ही घटिया कराया गया है। देखा जाए तो इस काम के लिए ठेकेदार को काली सूची में डाला जाकर उससे वसूली की जाना चाहिए।

उन्होंने कहा कि जिस तरह का आदेश सिवनी से नागपुर रोड के लिए दिया गया है वह न्यायोचित नहीं है। उनका मानना है कि कुछ साल पहले जब मोहगांव से मनसर तक यह मार्ग पूरी तरह जर्जर हो चुका था और वाहन यहां से निकलकर टूट फूट रहे थे तब भी जाम लगता था किन्तु इस मार्ग को भारी वाहनों के लिए निषिद्ध नहीं किया गया था।

भोजराज मदने का आरोप है कि घटिया सड़क निर्माण करने और अनेक जगहों पर आधा अधूरा काम छोड़कर भाग जाने के लिए बदनाम दिलीप बिल्डकॉन कंपनी की सुविधा के लिए एनएचएआई के अधिकारियों के द्वारा भारी वाहनों का आवागमन सिवनी से नागपुर के बीच बंद किया जाना हास्यास्पद ही है।

पूर्व पार्षद भोजराज मदने ने आगे बताया कि उनकी जानकारी में यह आया है कि महाराष्ट्र के वर्धा जिले में खनिज विभाग के द्वारा अनुमति से अधिक उत्खनन करने पर इसी दिलीप बिल्डकॉन कंपनी पर एक करोड़ 98 लाख 15 हजार 734 रूपए का जुर्माना ठोंका है।

फोरलेन के लिए शिद्दत से आंदोलन करने वाले भोजराज मदने ने कहा कि जिला प्रशासन के द्वारा भी अगर दिलीप बिल्डकॉन के द्वारा किए गए उत्खनन की जांच ईमानदारी से करवाई गई होती तो सच्चाई सामने आती और दिलीप बिल्डकॉन कंपनी प्रशासन के इशारों पर नाचती नजर आती, जिससे न तो सड़क पर जाम लगते और न ही भारी वाहनों को बंद करने की नौबत ही आती।

उन्होंने कहा कि सिवनी में प्रशासन के द्वारा अपनी सहूलियत से काम कराए जा रहे हैं। शहर में अतिक्रमण हटाने के लिए पालिका की मश्कें कसने के बजाए जिन स्थानों पर अतिक्रमण हुए थे उन स्थानों पर या तो पक्के निर्माण करवा दिए गए हैं या फेंसिंग करवा दी गई है। बस स्टैण्ड और सर्किट हाऊस से बाहुबली चौराहा मार्ग पर अस्पताल की चारदीवारी के पास इसके उदहारण देखे जा सकते हैं।