पाटन एसडीओपी पाठक को पद से हटाया

 

 

 

 

 

बरगी सीएसपी को प्रभार दिया

(ब्‍यूरो कार्यालय)

जबलपुर (सार्इ)। रेत के खेल में संदिग्ध भूमिका सामने आने के बाद एसडीओपी पाटन एसएन पाठक को पद से हटाकर पुलिस कार्यालय में अटैच कर दिया गया है।

उनके स्थान पर सीएसपी बरगी रवि चौहान को पाटन एसडीओपी का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। वहीं, तीन थाना प्रभारियों के पदभार में भी बदलाव किया गया है। पाठक व रेत माफिया में गठजोड़ का अगला वीडियो वायरल होने की आशंका बरकरार है।

सूत्रों ने बताया कि एसएन पाठक व रेत माफिया से गठजोड़ की शिकायत मिलने के बाद पुलिस अधीक्षक ने पत्र जारी किया था। पत्र में एक रेत कारोबारी के नाम का जिक्र किया गया था। पत्र के माध्यम से रेत के अवैध खनन, भंडारण व परिवहन के संबंध में जानकारी मांगी गई थी। एसएन पाठक ने पत्र का गोलमोल जवाब दिया था, जिसके खिलाफ उन्हें 22 अगस्त को डीओ पत्र थमाया गया था। इस पत्र में पुलिस अधीक्षक की तरफ से अप्रसन्नता जाहिर की गई थी। खास बात यह है कि जिस दिन पाठक को डीओ पत्र जारी किया गया उसके दो दिन बाद ही विवादास्पद वीडियो वायरल किया गया। पाठक के खिलाफ लगातार शिकायतें मिल रही थीं, जिसकी जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को भी है।

इनके प्रभार बदलेः

पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर बेलखेड़ा थाना प्रभारी आसिफ इकबाल को भेड़ाघाट, थाना प्रभारी भेड़ाघाट शशि विश्वकर्मा को थाना यातायात मालवीय चौक, थाना प्रभारी यातायात सक्तूराम मरावी को बेलखेड़ा थाने की कमान सौंपी गई है। बताया जा रहा है कि पाटन पुलिस अनुभाग के कई थानों में आरक्षक से लेकर ऊपर स्तर के कुछ अधिकारियों को भी हटाया जा सकता है। बरगी थाने में भी बदलाव के कयास लगाए जा रहे हैं।

हाईकोर्ट को बताई जाएगी पाठक की हकीकतः

पुलिस अधीक्षक अमित सिंह ने बताया कि एसएन पाठक का तबादला कर दिया गया था। हाईकोर्ट को यह जानकारी देकर कि उन्होंने रेत माफिया के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जिसके कारण उन्हें पद से हटाया गया, तबादले पर स्थगन आदेश प्राप्त कर लिया था। एसपी ने कहा कि हाईकोर्ट को पाठक के बारे में जानकारी दी जाएगी ताकि स्थगन आदेश का निराकरण हो सके।

20-50 के तहत भी कार्रवाई होगीः

पुलिस अधीक्षक ने पाठक के विरुद्ध 20-50 की कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। उन्होंने बताया कि शासन के नियमानुसार शासकीय कामकाज में दक्षता न दिखाने वाले ऐसे अधिकारी, कर्मचारी जो 20 साल की सेवा या 50 साल की आयु पूर्ण कर चुके हैं उन्हें अनिवार्य सेवानिवृत्ति दी जाए। पाठक को अनिवार्य सेवानिवृत्ति के संबंध में नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।