इस संसार आए दिन कुछ न कुछ ऐसी रहस्यमयी घटनाएं घटित होती रहती है जिसका कारण ढूंढने में वैज्ञानिकों को भी पसीना आ जाता है। ऐसी ही कुछ घटनाएं पिछले 4 साल से उत्तरी कजाकस्तान के कलाची गांव में हो रही है। यह गाँव पिछले 4 सालो से एक रहस्यमयी नींद की बीमारी से पीड़ित है। इस गाँव में कोई भी कभी भी कुछ भी करते हुए अचानक से सो जाता है और उनकी ये नींद कुछ घंटों से लेकर कई महीनो तक जारी रह सकती है। इस रहस्यमयी नींद की बीमारी के चलते इस गाँव को स्लीकपी हालो कहा जाने लगा है।
2010 में हुई थी शुरूआत
गाँव में इस बीमारी की शुरूआत अप्रैल 2010 में हुई थी। तब से यह बीमारी लगातार बढ़ती जा रही है। इस गाँव की आबादी 600 है जिसमे से 14 प्रतिशत आबादी इस बीमारी की चपेट में आ चुकी है। इस बीमारी से पीड़ित व्यक्ति को कभी भी अचानक से नींद आ जाती है। कभी-कभी यह नींद कुछ घंटो की होती है जबकि कभी-कभी यह नींद महीनो तक चलती है। ऐसी ही एक घटना हाल ही में सितम्बर में घटित हुई, जब 8 बच्चे स्कूल की असेम्बली में इसी बीमारी के कारण गिर गए थे, तभी से ये बच्चे लंबे समय तक सोते ही रहे।
कारण है अज्ञात
यह रहस्यमयी बीमारी क्यों और किस कारण से फैल रही है, इसका वास्तविक कारण अभी तक वैज्ञानिको की पकड़ में नहीं आ सका है। अभी तक की जांच में यह पाया गया है की इस बीमारी से पीड़ित मरीजों के दिमाग में तरल पदार्थ की मात्रा बढ़ जाती है। लेकिन एक सामान्य व्यक्ति के दिमाग में अचानक से यह तरल पदार्थ क्यों बढ़ जाता है इसका कारण अभी तक नहीं समझ आया है। डॉक्टर्स इसका एक मात्र कारण प्रदूषित पानी बताते है।
कजाकिस्तान का यह गाँव एक बंद हो चुकी यूरेनियम की खदान के पास स्तिथ है। जिसमे से जहरीला रेडिएशन होता रहता है। पर गाँव में रेडिएशन की मात्रा कोई खास ज्यादा नहीं है साथ हो डॉक्टर्स भी रेडिएशन को इसके लिए जिम्मेदार नहीं मानते है। अप्रैल 2010 में पीड़ित प्रथम व्यक्ति को अब तक इस बीमारी का 7 बार अटैक हो चूका है और वो कुछ दिनों से महीनो की नींद सो चूका है। इस प्रकार चार सालो की अथक कोशिशों के बावजूद वैज्ञानिक इस रहस्यमयी बीमारी का कारण और निदान नहीं खोज सके है।
(साई फीचर्स)
समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया देश की पहली डिजीटल न्यूज एजेंसी है. इसका शुभारंभ 18 दिसंबर 2008 को किया गया था. समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया में देश विदेश, स्थानीय, व्यापार, स्वास्थ्य आदि की खबरों के साथ ही साथ धार्मिक, राशिफल, मौसम के अपडेट, पंचाग आदि का प्रसारण प्राथमिकता के आधार पर किया जाता है. इसके वीडियो सेक्शन में भी खबरों का प्रसारण किया जाता है. यह पहली ऐसी डिजीटल न्यूज एजेंसी है, जिसका सर्वाधिकार असुरक्षित है, अर्थात आप इसमें प्रसारित सामग्री का उपयोग कर सकते हैं.
अगर आप समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को खबरें भेजना चाहते हैं तो व्हाट्सएप नंबर 9425011234 या ईमेल samacharagency@gmail.com पर खबरें भेज सकते हैं. खबरें अगर प्रसारण योग्य होंगी तो उन्हें स्थान अवश्य दिया जाएगा.