जान हथेली पर रखकर यात्री उतरे बस से!

 

 

शनिवार की शाम कुरई घाट पर बस कंटेनर भिड़ंत

(अय्यूब कुरैशी)

सिवनी (साई)। जिला प्रशासन के द्वारा ताकीद किये जाने के बाद भी कुरई घाट के अराजक यातायात पर लगाम नहीं लग पा रही है। शनिवार की शाम कंटेनर और यात्री बस की भिड़ंत के बाद यात्रियों को जान हथेली पर रखकर बस से उतरना पड़ा। इस दौरान न तो मौके पर पुलिस दिखी और न ही एनएचएआई या ठेकेदार के कर्मचारी ही मौके पर पहुँचे।

प्राप्त जानकारी के अनुसार शनिवार की शाम लगभग साढ़े पाँच बजे मंगलम कंपनी की एक यात्री बस ओवरटेक करते समय विपरीत दिशा से आ रहे कंटेनर से जा टकरायी। इस दुर्घटना के बाद सड़क पर जाम लग गया। जाम में यात्री बस का गेट नहीं खुल पाने के कारण यात्रियों को कुरई घाट की खतरनाक खाई की ओर चालक एवं इमरजेंसी द्वार खोलकर उतरवाया गया। यात्री बस भी कुछ ही इंच के फासले से बच गयी वरना वह भी खाई में गिर सकती थी।

प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो कुरई घाट में गहरी खाई की ओर से महिलाएं, बच्चे आदि को उतारा जा रहा था। यहाँ पड़ी मुरम पर यात्री फिसलकर भी गिर रहे थे। यह तो गनीमत थी कि इस दौरान किसी तरह की दुर्घटना नहीं घटी। छोटे – छोटे बच्चों को उनके पालकों के द्वारा गहरी खाई की ओर किस तरह उतारकर सुरक्षित लाया गया होगा यह बात शोध का विषय ही मानी जा सकती है।

पुलिस सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि इस मामले में यात्री बस के चालकों पर टाईमिंग का दबाव ही दुर्घटनाओं का कारण बनता दिख रहा है। सड़क पर यात्री बसों को चालकों के द्वारा जिस गति से दौड़ाया जा रहा है और घाट सेक्शन में चालकों के द्वारा असुरक्षित तरीके से ओवरटेक किया जा रहा है उससे दुर्घटनाओं की आशंकाएं बढ़ रही हैं।

सूत्रों ने बताया कि जिलाधिकारी प्रवीण सिंह के द्वारा सड़क निर्माण करने वाली दिलीप बिल्डकॉन कंपनी को ताकीद किये जाने के बाद कंपनी के द्वारा थोड़ी सख्ती बरतने के बाद बस चालकों और कंपनी के कर्मचारियों के बीच विवाद की स्थिति निर्मित हो गयी थी।