हानिकारक सब्जियों के दाम आसमान पर!

 

इन दिनों सिवनी में सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं। प्याज तो जैसे आम आदमी की पहुँच से दूर ही हो चली है। साथ ही सब्जियों से स्वाद भी नदारद हो चला है। सब्जी उत्पादकों के लिये समय-समय पर एडवायजरी जारी की जाना चाहिये ताकि वे उत्पादन में सहज रूप से लाभ कमा सकें।

फूल गोभी जैसी सब्जी से मूल स्वाद तो मानो गायब ही कर दिया गया है। स्वादहीन गोभी में यदि स्वाद आ भी रहा है तो वह कसैला ही है। फूल गोभी जैसी स्वादिष्ट सब्जी का यह हश्र कैसे किया जा रहा है, इसकी जाँच की महती आवश्यकता है। बताया जाता है कि सब्जियों में हानिकारक कैमिकल्स का उपयोग जरूरत से ज्यादा किये जाने के कारण ये लोगों के स्वास्थ्य के लिये अत्यंत हानिकारक है।

दामों में भी विक्रेता कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। प्याज ही नहीं बल्कि लौकी जैसी सब्जी भी इन दिनों 40 रूपये किलो बेची जा रही है। स्वाद के मामले में लौकी, बरबटी, भिण्डी, आदि सभी सब्जियों का यही हाल है। बताया जाता है कि ज्यादा उत्पादन प्राप्त करने की लालच में किसानों के द्वारा हानिकारक रसायन का उपयोग धड़ल्ले से किया जा रहा है।

अन्नदाता किसान के द्वारा यदि कोई गलती की जा रही है तो उस पर संबंधित विभाग को नज़र रखना चाहिये ताकि किसी को कोई परेशानी से न गुजरना पड़े। कृषि विभाग तो जैसे सिवनी में है ही नहीं। किसानों को इस विभाग का कोई विशेष फायदा नहीं मिल पाता है। अन्नदाता किसान को जिससे जैसी सलाह प्राप्त होती है वह उसका वैसा उपयोग करने लगता है।

शायद यही कारण है कि किसानों के द्वारा हानिकारक कैमिकल्स का उपयोग ज्यादा किया जा रहा है जिससे उन्हें अच्छा उत्पादन तो मिल रहा होगा लेकिन इसका असर लोगों के स्वास्थ्य पर विपरीत ही पड़ता दिख रहा है। लोगों की थाली से स्वाद तो गायब हो ही चुका है लेकिन हानिकारक सब्जियों के सेवन के कारण लोगों की थाली में अब दवाईयां स्थान लेती जा रही हैं। खाना खाने के आगे या पीछे दवाईयों का सेवन करना कई लोगों की जीवनशैली का हिस्सा बन चुका है जिसे अच्छे संकेत नहीं माना जा सकता है।

काजल कुमार