(ब्यूरो कार्यालय)
मुंबई (साई)। अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की ताजा रिलीज फिल्म ‘छिछोरे’दर्शकों के साथ एक जुड़ाव बनाने में सफल रही। इसने हर किसी को अपने कॉलेज के दिनों से जुड़ी यादें ताजा करने पर मजबूर कर दिया।
साथ ही फिल्म का संदेश- ‘अगर आप हारते हैं तो आप लूजर नहीं हैं, पर अगर आप कोशिश ही नहीं करते, तो आप लूजर हैं’ भी लोगों को पसंद आया। देखा जाए तो सुशांत की जिंदगी के संदर्भ में भी यह बात पूरी तरह खरी उतरती है।
वह कहते हैं, ‘मेरे लिए इंजीनियरिंग कॉलेज में एडमिशन पा लेना ही बड़ी बात थी। पर जब मुझे सिनेमा की तरफ अपने झुकाव का एहसास हुआ, तो मैंने एक बड़ा निर्णय लेते हुए दिल्ली कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग छोड़ दिया। टीवी शो पवित्र रिश्ता के लिए मुझे खूब सारा प्यार और पहचान मिली। उस वक्त फिल्मों में किस्मत आजमाने के बारे में सोचना भी मेरी नजर में एक जोखिम भरा कदम था।’
अपने सपनों और उम्मीदों के पीछे भागते हुए भी सुशांत ने एक चीज का दामन कभी नहीं छोड़ा। वह बताते हैं, ‘वह चीज थी मेरी बेहतर अभिनेता और बेहतर इनसान बनने की कोशिश।’ ‘काय पो छे’, ‘शुद्ध देसी रोमांस’, ‘पीके’, ‘डिटेक्टिव ब्योमकेश बक्शी’, ‘एम एस धौनी: दि अनटोल्ड स्टोरी’, ‘राबता’, ‘केदारनाथ’ और इस साल रिलीज ‘सोनचिड़िया’ जैसी अलग-अलग तरह की फिल्मों में काम कर चुके सुशांत अब मुख्य हीरो का किरदार निभाने के लालच से ऊपर उठ
चुके हैं।
वह कहते हैं, ‘मैं पिछले 13 साल से एक्टिंग कर रहा हूं। तब से, जब मैं स्कूल जाता था। अब तक तकरीबन 50 किरदार निभा चुका हूं। मैं ऊर्जा से भरा हुआ महसूस करता हूं। साथ ही अब मैं यह जरूरी नहीं मानता कि मुझे सिर्फ शक्तिशाली, अमीर और जटिल किरदार ही निभाने हैं।’
विविधताओं से भरे किरदार निभाने में आने वाली चुुनौतियों पर सुशांत का कहना है, ‘मुझे लगता है कि विविधता में एक अलग ही ताकत होती है, जिसे कई बार कम आंका जाता है। फिल्म मेकिंग की प्रक्रिया अपने आप में बहुत रोचक होती है, पर तभी, जब आपको दिलचस्प कहानियों वाली फिल्में और किरदार मिलें।’ हालांकि आज फिल्मों के लिए तरह-तरह के विषयों को आजमाया जा रहा है, पर इन प्रयोगधर्मी फिल्मों में काम करने का मौका हर किसी को नहीं मिलता। समय के साथ मेरे ख्यालात परिपक्व हो रहे हैं। मेरी दुनिया बदल रही है।’ कलेक्शन के मामले में 100 करोड़ का आंकड़ा पार कर चुकी फिल्म ‘छिछोरे’ को मिल रही प्रतिक्रियाओं से सुशांत बेहद खुश नजर आ रहे हैं। उनकी आने वाली फिल्में हैं सैफ अली खान स्टारर ‘दिल बेचारा’ और जैक्लीन फर्नान्डीज स्टारर ‘ड्राइव’ (वेब फिल्म)। वह कहते हैं, ‘किसी भी फिल्म का प्रस्ताव स्वीकार करने के पीछे मेरा मकसद होता है कि मैं कुछ सीख सकूं और साथ ही उसे करते हुए मुझे मजा भी आए। साथ ही मेरी कोशिश यह भी रहती है कि ज्यादा से ज्यादा लोग मेरी फिल्मों से जुड़ाव महसूस कर सकें।’