इतिहास के पन्नों में सिमटकर रह जाएगी जौहर यूनिवर्सिटी की दुर्दशा

 

 

 

 

 

रामपुर में आजम खान ने कहा

(ब्‍यूरो कार्यालय)

लखनऊ (साई)। विवादों से घिरे समाजवादी पार्टी (एसपी) के नेता आजम खान ने अपनी पत्नी तंजीन फातिमा के नामांकन के बाद सोमवार को कहा कि मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी की दुर्दशा इतिहास के पन्नों में सिमटकर रह जाएगी। उन्होंने जो तरीका अपनाया है, वह ठीक नहीं है। अधिकारी अपनी निजी दिक्कत या फिर किसी को खुश करने के लिए ऐसा कर रहे हैं। इसमें समय लग सकता है लेकिन न्याय जरूर होगा।

उत्तर प्रदेश की 11 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं। रामपुर सीट से समाजवादी पार्टी (एसपी) की उम्मीदवार और आजम खान की पत्नी तंजीन फातिमा ने सोमवार को नामांकन किया। तमाम विवादों से घिरे आजम खान कई दिनों बाद पत्नी के नामांकन के वक्त नजर आए। इस दौरान उन्होंने इशारों-इशारों में हमला किया। उन्होंने कहा कि अधिकारी अपनी निजी दिक्कत या फिर किसी को खुश करने के लिए ऐसा कर रहे हैं।

मरी हुई मां के खिलाफ दर्ज कराई एफआईआर

आजम खान ने यहां अपनी सभा में कहा कि बीजेपी सरकार द्वारा उनपर 84 केस दर्ज करा दिए गए हैं। आजम ने सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा अगर सरकारी अफसरों की दुश्मनी मेरे साथ है तो वह मुझ पर मुकदमे दर्ज करा सकते थे। लेकिन उन्होंने मेरे बेटों, पत्नी, बूढ़े भाई, बूढ़ी बहन और मरी हुई मां के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज करा दी। सभी ने मेरे साथियों को आरोपी बना दिया और कई को जेल भेज दिया।

अफसरों की जिद के कारण हुए केस

आजम ने आगे कहा कि यह लड़ाई जाति या धर्म की नहीं थी। ये केस कुछ अफसरों की जिद के कारण हुए हैं और कुछ भी हो जाए अदालत से इंसाफ जरूर मिलेगा। आजम ने एसपी के कार्यकर्ताओं से कहा कि वह घर-घर जाकर प्रशासनिक कार्रवाई की जानकारी दें और लोगों से समर्थन की अपील करें। इसके अलावा वह किसी भी स्थिति में कानून हाथ में ना लें। बता दें कि करीब 84 केस दर्ज होने के आजम खान लंबे वक्त से रामपुर में नहीं आए थे। आजम ने कार्रवाई के बीच बकरीद का त्योहार भी रामपुर में नहीं मनाया था, वहीं एसपी अध्यक्ष अखिलेश यादव के यहां पहुंचने के दौरान भी वह शहर में नहीं आए थे।