इस साल हुआ जिले में जबर्दस्त नुकसान, सर्वे में तेजी लाने की माँग

दो दर्जन जिंदगानियां लील गयी बारिश!

 

(सादिक खान)

सिवनी (साई)। इस साल हुई बरसात ने लोगों को अंदर तक हिलाकर रख दिया है। अपेक्षाकृत सूखे सावन के बाद भादों में जब बदरा जमकर बरसे तो लोग त्राहिमाम त्राहिमाम करते नज़र आये। इस साल 55.25 इंच (1403.4 मिली मीटर) औसत बारिश दर्ज की जा चुकी है। बारिश ने जिले में जमकर तबाही भी मचायी है।

इस साल हुई बारिश धान की फसल के लिये तो अमृत के तुल्य रही, पर धान के अलावा अन्य फसलों पर बारिश का कहर इस कदर टूटा कि लोगों की फसलें या तो सड़ गयीं या फिर उनमें अनेक तरह के रोग लग गये। इस बारिश में लगभग दो दर्जन लोग भी काल कलवित हुए हैं।

23 लोग हुए काल कलवित : प्राप्त जानकारी के अनुसार इस साल हुई बारिश के चलते हईं घटनाओं में 23 लोगों की जान चली गयी है। इनमें से आठ लोग पानी में बहे तो पानी में डूबने से दस लोग असमय ही काल के गाल में समा गये। मकान, दीवार गिरने से दो तो आकाशीय बिजली से तीन लोगों ने जान गंवायी। इसके अलावा लगभग 45 मवेशी और अन्य पालतू पशु भी इस दौरान मारे गये।

3904 मकान हुए क्षतिग्रस्त : प्राप्त जानकारी के अनुसार बारिश के दौरान कच्चे पक्के मकान भी धराशायी हुए हैं। जिले में कुल 3904 मकान आंशिक या गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं जबकि 118 मकान पूरी तरह से जमींदोज हो गये हैं। सर्वे में अभी तक 2909 किसानों की फसलें बर्बाद हो चुकी हैं।

नुकसान हुई फसल का कुल रकबा 2433 हेक्टेयर है। वर्तमान में सर्वे जारी है जिसके चलते यह माना जा सकता है कि यह आंकड़ा और बढ़ सकता है। कई गाँवों के किसानों का कहना है कि मक्का की फसल में खेत में ही दाने अंकुरित होने लगे हैं, जिसका आंकलन प्रशासन नहीं कर रहा है।