यशवंत सागर में मिलेगा कश्मीर के शिकारे सा आनंद

 

 

 

 

(ब्यूरो कार्यालय)

इंदौर (साई)। प्रशासन शहर के आसपास पर्यटन सुविधाओं के विकास को लेकर अलग-अलग योजनाएं तैयार कर रहा है। महू में फारेस्ट टूरिज्म के बाद अब कश्मीर के शिकारे का आनंद दिलाने की तैयारी है। इसके लिए वाटर स्पोर्ट़स व रिसार्ट के साथ शहर के समीप यशवंत सागर में 5 हाउस बोट उतारने की तैयारी है। इसके लिए अनुभवी कंपनियों से प्रस्ताव बुलाए जा रहे हैं।

शहर को आईटी और एजुकेशन सिटी की तरह विकसित करने के लिए कंपनियों को बुलाने के साथ ही शहर में इन कंपनियों के कर्मचारियों की जरूरत के अनुसार अमोद-प्रमोद का कल्चर भी विकसित करना होगा। जिससे वीक एंड और वेकेशन के समय को बिताने के लिए उनके पास च्वाइस रह सकें। प्रशासन ने पिछले दिनों जिलें की नैसर्गिक स्थिति को देखते हुए कुछ योजनाएं तैयार की है। इसके लिए महू क्षेत्र में फारेस्ट विलेज जैसे कॉन्सेप्ट पर काम किया जा रहा है। कलेक्टर लोकेश कुमार जाटव ने बताया, इसी योजना को आगे बढ़ाते हुए हाउस बोट की योजना तैयार की जा रही है। इसका संचालन और सुरक्षा की पूरी जिम्मेदारी एजेंसी की रहेगी। इसके लिए मापदंड तैयार किए जा रहे हैं। पानी में तैरती इन बोट का निर्माण सुरक्षित तरीके से किया जाएगा। लोग परिवार के साथ तालाब में बोटिंग का मजा ले सकेंगे। सामान्य तौर पर हाउस बोट एक संपूर्ण घर की तरह होती है। इसमें सभी तरह की सुविधाएं होती है। प्रशासन कंपनी को लाईसेंस देगा और जिसकी एक निश्चत राशि कंपनी को चुकाना होगी। पर्यटन नीति के अनुसार भी निवेशक इसमें हिस्सा ले सकेंगे। इसका प्रस्ताव तैयार किया जा रहा हैं। संभवत यह बीओटी मॉडल पर होगा।

हेरिटेज ट्रेन आकर्षण का केंद्र

बता दें, कुछ दिन पहले ही प्रशासन ने राला मंडल में भी ओपन झू की योजना तैयार की है। इसके अलावा महू से चोरल क्षेत्र की प्रकृति का नजारा देखने के लिए हेरिटेज ट्रेन की शुरूआत की गई। जिसमें वीकएंड में काफी भीड़ होती है। पर्यटन विकास निगम ने नर्मदा पर भी वाटर टूरिज्म स्पाट विकसित किया है। दो साल पहले पर्यटन विभाग ने रीजनल पार्क में मालवा क्वीन नाम से एक बोट का संचालन किया था। पिपल्यापाला तालाब में इसे उतारा गया था। दो साल बारिश कम होने और पानी नहीं भरने के बाद इसे बंद करना पड़ा। इस साल तालाब फिर लबालब हो गया है। इसे भी वापस शुरू किया जा सकता है।