भीमगढ़ बांध के डूब क्षेत्र में होने के चलते भर जाता है पानी
(फैयाज खान)
छपारा (साई)। संजय सरोवर परियोजना के तहत एशिया के सबसे बड़े मिट्टी के भीमगढ़ बांध का निर्माण जब से हुआ है उसके बाद से छपारा के भीमगढ़ बांध में भरे पानी के कारण छपारा का कब्रस्तान और वहाँ जाने का रास्ता पानी में डूब जाता है, जिसके चलते कब्रस्तान तक पहुँचने के लिये लोगों को पानी में से होकर गुजरने पर मजबूर होना पड़ता है।
बीते दिवस पिंजारी वार्ड निवासी बाबू भाई का इंतकाल हो गया। उनकी अंतिम यात्रा को लेकर लोग जब कब्रस्तान के लिये रवाना हुए तब जनाजे में शामिल लोगों को कम से कम तीन फीट गहरे पानी से होकर गुजरना पड़ा। कई स्थानों पर पानी कम था, पर पानी के चलते यह पता करना कि कहाँ समतल है और कहाँ गड्ढा, बहुत ही दुष्कर कार्य हो जाता है।
लोगों ने बताया कि स्थानीय निवासी तो यहाँ की भौगोलिक परिस्थितियों से वाकिफ थे, पर जो लोग छपारा से बाहर से आये थे वे दहशत में ही दिखे। लोगों का कहना था कि अंतिम यात्रा में कब्रस्तान जाते समय लोगों के कपड़े गीले हो जाते हैं, जिससे उन्हें असुविधा का सामना करना पड़ता है।
स्थानीय निवासियों के अनुसार यह स्थिति लगभग चार दशकों से बनी हुई है। इन चार दशकों में क्षेत्र के सांसद और विधायकों के द्वारा इस महत्पवूर्ण समस्या पर कभी भी गौर नहीं फरमाया गया है। लोगों ने माँग की है कि कब्रस्तान के लिये किसी अन्य स्थान पर भूमि का आवंटन किया जाये।
मुस्लिम समुदाय की लंबे समय की माँग है. उन्हें कब्रस्तान की भूमि आवंटित की जाये. कठिनाइयों के बीच शव को दफनाया जाता है. शासन प्रशासन से माँग है कि कब्रस्तान की भूमि आवंटित करवायी जाये.
जमील खान,
समाजसेवी.
संजय सरोवर बांध जब से बना है तब से मुस्लिम और क्रिश्चयन समुदाय के कब्रस्तान डूब जाते हैं. बारिश के दिनों में शव को दफनाने में बड़ी दिक्कत होती है. कुछ स्थानों पर कब्रस्तान की जमीन पर भी अवैध कब्जा कर लिया गया है. शासन प्रशासन को इस ओर ध्यान देकर दोनों ही समुदाय को कब्रस्तान के लिये भूमि आवंटित की जानी चाहिये.
पी.मसीह,
स्थानीय नागरिक
मुस्लिम और क्रिश्चयन समुदाय के कब्रस्तान के लिये भूमि के संबंध में कलेक्टर ने भी जानकारी माँगी है. तहसील कार्यालय से जानकारी भेजी जायेगी. इस समस्या के निदान के लिये जल्द ही कोई न कोई निदान किया जायेगा.
नितिन गोंड,
तहसीलदार, छपारा.

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