15 साल बाद भी नहीं मिल सका मुख्य डाकघर का दर्जा

 

 

 

 

(ब्‍यूरो कार्यालय)

सिहोरा (साई)। मझौली-बहोरीबंद और ढीमरखेड़ा तहसील वासियों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए 15 साल पहले सिहोरा डाकघर को मुख्य डाकघर का दर्जा दिया गया था। मुख्य डाकघर में इन तहसीलों के सभी उप डाकघर शामिल करने का प्रस्ताव था, लेकिन मुख्य डाकघर के उद्घाटन के 15 साल बीत जाने के बाद भी सिहोरा डाकघर को मुख्य डाकघर का दर्जा नहीं मिल सका। उल्ट इसे मुख्य डाकघर से हटाकर कटनी के मुख्य डाकघर में शामिल कर दिया गया। अब सिहोरा डाकघर के खाताधारकों को नकद निकासी और डाक वितरण के लिए कटनी पर आश्रित रहना पड़ रहा है।

सिहोरा मुख्य डाकघर से सिहोरा शाखा के 18 उप डाकघर, खितौला बाजार, मझौली 9, मझगवां 13, पानउमरिया 13, बहोरीबंद 7 और बाकल के 6 उप डाकघरों का संचालन होता है। इन उप डाकघरों में जमा नकद सिहोरा में जमा तो होता है, लेकिन उसकी निकासी सिहोरा से न होकर निकासी आदेश कटनी भेजा जाता है। कटनी से स्वीकृति मिलने के बाद पैसे की निकासी होती है। यही स्थिति डाक वितरण की है। सिहोरा मुख्य डाकघर से वितरित होने वाली सभी डाक पहले कटती भेजी जाती हैं। इसके बाद उसको वापस सिहोरा वितरण के लिए भेजा जाता है। जैसे सिहोरा नगर में वितरित होने वाली बुक की गई रजिस्ट्री पहले कटनी भेजी जाएगी। उसके बाद वहां से वापस आने के बाद रजिस्ट्री का वितरण होता है। इस प्रक्रिया में तीन से चार दिन का समय लग जाता है।

एक साल से प्रभारी के भरोसे डाकघर

सिहोरा मुख्य डाकघर में पोस्ट मास्टर ग्रेड एक, कैशियर, चार लिपिक, तीन पोस्टमैन के पद स्वीकृत हैं, लेकिन मई 2018 से पोस्ट मास्टर ग्रेड एक का स्थानांतरण होने के बाद से डाकघर प्रभारी (लिपिक) पोस्ट मास्टर के जिम्मे है। सिहोरा डाकघर में करीब 35 हजार से अधिक खाते हैं। डाकघर में सक्षम अधिकारी के नहीं रहने से बचत खाता, डाक बीमा, ग्रामीण डाक जीवन का काम प्रभावित हो रहा है।