(ब्यूरो कार्यालय)
लखनऊ (साई)। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में हिंदू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी की हत्या के बाद यूपी पुलिस ने धरपकड़ तेज कर दी है। इस हत्याकांड के तार गुजरात से भी जुड़ते नजर आ रहे हैं। गुजरात एटीएस ने सूरत से तीन संदिग्धों को हिरासत में लिया है। इस बीच बीजेपी के फायर ब्रैंड नेता सुब्रमण्यन स्वामी ने कमलेश तिवारी हत्याकांड की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) से कराने की मांग की है।
राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यन स्वामी ने ट्वीट कर कहा, ‘कमलेश तिवारी (हत्याकांड) की प्रथम दृष्टया मौजूद साक्ष्यों के परीक्षण के आधार पर एनआईए से जांच कराने की जरूरत है। पागल मुल्ला आर्टिकल 370 को खत्म किए जाने के बाद कश्मीर में फेल हो गए हैं और वे सांप्रदायिक दंगे को भड़काना चाहते हैं।‘ कमलेश तिवारी हत्याकांड की जांच अभी यूपी एसटीएफ कर रही है।
बता दें कि इस हत्याकांड के सिलसिले में बिजनौर से मौलाना अनवारुल हक पर आरोप लग रहे हैं। वहीं, यूपी पुलिस ने साफ किया है कि मौलाना अनवारुल हक की इस मामले में गिरफ्तारी नहीं हुई है। इससे पहले खबर आई थी कि मौलाना को नगीना में गिरफ्तार किया गया है। मौलाना अनवारुल हक ने वर्ष 2016 में कमलेश का सिर कलम करने पर 51 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था।
गुजरात एटीएस की हिरासत में 3 संदिग्ध
कमलेश की पत्नी किरण की तहरीर पर शुक्रवार को यूपी पुलिस ने मौलाना के खिलाफ केस दर्ज किया था। उधर, इस हत्याकांड में गुजरात कनेक्शन की बात सामने आ रही है। गुजरात एटीएस ने सूरत से तीन संदिग्धों को हिरासत में लिया है। उनसे पूछताछ की जा रही है। बता दें कि कमलेश तिवारी मर्डर के बाद घटनास्थल से एक मिठाई का डिब्बा मिला था, जिस पर सूरत की एक दुकान का नाम छपा था।

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