जम्‍मू काश्‍मीर व लद्दाख के राज्‍यपालों ने ली शपथ

 

 

 

 

(ब्यूरो कार्यालय)

श्रीनगर/लेह (साई)। राज्य के पुनर्गठन के बाद अब केंद्र शासित प्रदेश बने जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल जीसी मुर्मू ने पद एवं गोपनीयता की शपथ ले ली है। उन्हें जम्मू-कश्मीर हाई कोर्ट की चीफ जस्टिस गीता मित्तल ने शपथ दिलाई।

उनसे पहले सुबह लद्दाख के लेफ्टिनेंट गवर्नर के तौर पर आरके माथुर ने शपथ ली। उन्हें भी लेह में एक कार्यक्रम में गीता मित्तल ने शपथ दिलाई। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मुर्मू और लद्दाख के आरके माथुर का कार्यकाल 5 सालों के लिए होगा। राष्ट्रपति के आदेश पर मुर्मू की नियुक्ति का अपॉइंटमेंट वॉरंट चीफ सेक्रटरी बीवीआर सुब्रमण्यन ने पढ़ा।

कुल 250 मेहमानों की मौजूदगी में शपथ लेने वाले केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के पहले उपराज्यपाल बने जीसी मुर्मू 1985 बैच के गुजरात काडर के आईएएस अधिकारी रहे हैं। उनकी शपथ के कार्यक्रम में बीजेपी के राज्यसभा सांसद जुगलकिशोर और पीडीपी नेता नाजिर मौजूद थे। लद्दाख के एलजी के तौर पर पूर्व नौकरशाह राधाकृष्ण माथुर ने सुबह ही शपथ ली।

शपथ के बाद बोले माथुर, सीमांत क्षेत्रों का विकास जरूरी

अब तक जम्मू-कश्मीर राज्य का हिस्सा रहा लद्दाख अब अलग केंद्र शासित प्रदेश बन गया है, जिसके संवैधानिक मुखिया एलजी होंगे। यहां कोई विधानसभा नहीं होगी और चंडीगढ़ की तर्ज पर यहां व्यवस्था स्थापित की जाएगी। करीब 66 साल के आरके माथुर ने सुबह सिंधु संस्कृति ऑडिटोरियम में शपथ ली। इस दौरान लेह और करगिल हिल काउंसिल के पदाधिकारी मौजूद थे। इसके अलावा सेना, पैरामिलिट्री फोर्सेज के अफसर, कई धर्मगुरु और आम लोग भी मौजूद थे। शपथ के बाद आरके माथुर ने कहा कि लद्दाख के सीमांत क्षेत्रों में विकास की काफी जरूरत है।