लॉग ड्राइव पर संभाल कर रखें टोल की रसीदें!

 

 

 

 

टोल की  रसीदों से मिलती हैं अनेक सुविधाएं!

(ब्यूरो कार्यालय)

भोपाल (साई)। अगर आप राज्य या राष्ट्रीय राजमार्ग सड़कों से गुज़र रहे हों और रास्ते में टोल बूथ आए तो आप टोल की रसीद को कम से कम गंतव्य तक पहुंचने तक सुरक्षित रखें। इन टोल की पर्चियों के अनेक फायदे भी हैं।

इसलिए अब जब भी आप शहरी सीमा से बाहर कहीं जाएं तो इन रसीदों को तब तक जरूर संभालकर रखें, जब तक आप अपनी यात्रा जारी रखने वाले हैं। अगर आपने इन रसीदों को फैंक देंगे, तो आप इन फायदों से वंचित रह जाएंगे। जिस टोल पर आपने रुपये देकर रसीद हासिल की है। वहां से आने वाले अगले टोल तक मिलने वाले फायदे से आप वंचित रह जाएंगे।

नेशनल हाईवे हो या स्टेट हाईवे इनके टोल बूथ पर रुपये देने के बाद आपको जो रसीद मिलती है उस पर आपको करीब चार फोन नंबर लिखे हुए मिल जाते हैं। ये फोन नंबर हेल्पलाइन, क्रेन सर्विस, एंबुलेंस सर्विस और पेट्रोल सर्विस के लिए टोल बूथ पर मिलने वाली पर्ची पर लिखे होते हैं।

राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण, आपसे टोल शुल्क लेने के बदले में यात्रा के दौरान आपको ये सेवाएं उपलब्ध कराता है। ये चारों नंबर आपको नेशनल हाइवे अथारिटी ऑफ इंडिया की साइट अधिकारिक वेबसाइट पर मिल जाएंगे। खास बात ये है कि इन सभी हेल्पलाइन नंम्बर्स पर तत्काल एक्शन लिया जाता है। हमने खुद एक सामान्य व्यक्ति की तरह इन सभी हेल्पलाइन नंबर की पड़ताल की है, सामने आया कि, जैसे ही इनसे संपर्क साधा गया, वैसे ही फोन किया और इन सभी पर हमें त्वरित और पॉजिटिव रिस्पांस मिला।

मेडिकल इमरजेंसी के लिए कस्टमर केयर : हाईवे पर यात्रा के दौरान मेडिकल इमरजेंसी उतपन्न होेन पर आपके साथ यात्रा कर रहे लोग बीमार हो सकते हैं। ऐसे में रसीद के आगे या दूसरी तरफ दिए मेडिकल इमरजेंसी के लिए रसीद पर फोन नंबर दिया जाता है। दावा है कि, कॉल करने के 10 मिनट के भीतर ही एम्बुलेंस आ जाती है।

राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की एंबुलेंस उपलब्ध कराने वाली हेल्पलाइन का नंबर 8577051000 और 7237999911 है। हारानी की बात ये है कि, सरकार द्वारा ये सुविधा मुफ्त में लोगों को दे रखी है। बता दें कि, किसी भी आपात स्थिति में ये सुविधा बिल्कुल मुफ्त रहती है। एंबुलेंस तुरंत मौके पर पहुंचती है। थोड़ी बहुत चिकित्सकीय आवश्यक्ता में डॉक्टर्स द्वारा तुरंत उपचार किया जाता है। अन्यथा एंबुलेंस तुरंत आपको निकटवर्ती अस्पताल या नर्सिंग होम तक पहुंचा देती है। इसके अलावा, नेशनल हाईवे पर यात्रा के दौरान किसी भी इमरजेंसी में आप 1033 और 108 हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क भी कर सकते हैं।

पेट्रोल खत्म तो भी कर सकते हैं कॉल : अगर सफर के दौरान अचानक किसी कारण वश आपकी गाड़ी का ईंधन खत्म हो गया तो चिंता करने की कोई बात नहीं है, पीछे टोल बूथ पर दी राशि अब आपके काम आएगी। आप सड़क के किनारे वाहन खड़ा कर दें। रसीद पर दिए गए हेल्प लाइन नंबर या फिर पेट्रोल नंबर पर फोन करें। आपको जल्द से जल्द 05 से 10 लीटर पेट्रोल या डीजल की आपूर्ति की जाएगी। हालांकि, इस ईंधन की राशि का भुगतान आपको ही करना होगा। पेट्रोल हेल्पलाइन के लिए इन नंबरों पर कॉल कर सकते हैं, 8577051000 एवं 7237999944. साथ ही, वाहन खाब होने पर भी आप इन नंबरों का इस्तेमाल कर सकते हैं।

क्रेन नंबर : यात्रा के दौरान आपके वाहन में किसी तरह की खराबी आने पर हाईवे की एक हेल्पलाइन आपकी मदद के लिए तत्काल पहुंचेगी। वो अपने वाहन पर एक मैकेनिक के साथ आपके पास पहुंचेगी। मैकेनिक को लेकर आने की सुविधा तो मुफ्त है, लेकिन आपकी कार या वाहन में जो खराबी है, उसका चार्ज जरूर मैकेनिक को देना होगा।

अगर समस्या का वहां समाधान नहीं हो सकता तो वाहन को क्रेन उठाकर निकटवर्ती सर्विस सेंटर तक पहुंचाया जाएगा। हाइवे अथारिटी के इस हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करके अपनी समस्या का समाधान करा सकते हैं, 8577051000 या 7237999955। इसके अलावा एक्सिडेंट की स्थिति में भी क्रैन का इस्तेमाल किया जाता है।

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