अल कुआरोयुइन सबसे पुराना विश्वविद्यालय जो अभी भी . . .

 

वैसे तो दुनिया की सबसे पुरानी यूनिवर्सिटयों में तक्षशिला और नालंदा का नाम आता है, पर दुर्भाग्य वश ये आज अस्तित्व में नहीं है। ऐसे में अफ्रीका स्थित अल कुआरोयुइन ऐसी सबसे पुरानी यूनिवर्सिटी हो जाती है जो आज भी संचालित होती है। आइए जानते है इस यूनिवर्सिटी से जुडी कुछ रोचक बातें दृ

दुनिया की सबसे पुरानी लगातार संचालित होने वाली यूनिवर्सिटी अल कुआरोयुइन है। ये अफ्रीका के फेज (मोरक्को) में है। इस यूनिवर्सिटी की स्थापना 859 ई. में हुई थी। यानी ये आज से 1157 साल पुरानी है।

यूनिवर्सिटी की स्थापना फातिमा-उल-फिहरी ने कराई थी। वे अरब के सौदागर मोहम्मद-उल-फिहरी की बेटी थी। इसकी स्थापना मस्जिद के तौर पर हुई थी। बाद में इसे मदरसा, कॉलेज और फिर यूनिवर्सिटी बना दिया गया।

शुरूआत में यहां धर्म के बारे में पढ़ाया जाता था। इसमें क्लासिक अरेबिक ग्रामर, मलिकी कानून और इस्लामिक विषय शामिल थे। 1963 में इसे मोरक्को के मॉर्डन स्टेट यूनिवर्सिटी सिस्टम में शामिल कर लिया गया।

1963 के बाद यहां नॉन-इस्लामिक सब्जेक्ट्स जैसे फ्रेंच, इंग्लिश और इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी के बारे में पढ़ाया जाने लगा। शुरूआत में यहां पर ज्यादातर स्टूडेंट्स 13 से 30 साल की उम्र वाले हुआ करते थे।

ये यूनिवर्सिटी इतनी बड़ी है कि इसमें एक साथ करीब 22 हजार लोग आ सकते हैं। यहां पर इतिहासकार इब्न खाल्दन, यहूदी दार्शनिक मेमोनाइड्स और जियोग्राफर मुहम्मद – उल – इदरीसी ने पढाई की है।

(साई फीचर्स)