पर्याप्त चौड़ा बनना चाहिये रेलवे स्टेशन मार्ग

 

 

मुख्य मार्ग को 80 एवं पीछे वाले मार्ग को बनाया जाये 40 फीट चौड़ा

(अखिलेश दुबे)

सिवनी (साई)। सिवनी में निर्माणाधीन रेलवे स्टेशन के बारे में रेलवे के अधिकारियों के द्वारा निर्माण स्थल पर किसी तरह की ड्रॉईंग डिजाईन नहीं लगाये जाने के कारण लोगों के बीच अनेक भ्रम उत्पन्न हो रहे हैं। रेलवे स्टेशन के सामने और पीछे वाले हिस्से से कटंगी नाके से नागपुर नाके तक जाने वाले मार्ग कितने चौड़े होंगे, इस बारे में भी शायद ही कोई जानता हो।

अनेक नागरिकों ने इस संबंध में समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया से चर्चा के दौरान कहा कि अभी रेलवे स्टेशन के निर्माण का कार्य जारी है। सिवनी की भौगोलिक एवं अन्य स्थितियों को देखते हुए अभी ही अगर भविष्य को देखते हुए भवन, सड़क आदि का निर्माण कराया जाता है तो आने वाले समय में किसी तरह की परेशानी शायद ही हो।

लोगों का मत है कि आने वाले समय में जब रेलवे स्टेशन का निर्माण पूरा हो जायेगा एवं कटंगी नाका से संजय निकुंज होते हुए नागपुर रोड तथा इसके समानांतर रेलवे स्टेशन के पीछे का मार्ग लोगों के लिये खोल दिया जायेगा तो कटंगी नाके से छिंदवाड़ा चौराहे आने जाने वाले लोग कटंगी नाका से मठ मंदिर होकर छिंदवाड़ा नाका जाने की बजाय रेलवे स्टेशन से होकर जाना पसंद कर सकते हैं।

लोगों ने कहा कि इसके चलते अगर अभी ही कटंगी नाका से संजय निकुंज के बाजू से रेलवे स्टेशन के सामने होते हुए नागपुर रोड तक बनने वाले पहुँच मार्ग को अस्सी फीट चौड़ा बना दिया जाये तो आने वाले कम से कम दो दशकों तक यहाँ मार्ग चौड़ीकरण की आवश्यकता ही महसूस शायद हो।

इसके अलावा अभी यह बात भी सार्वजनिक नहीं की गयी है कि रेलवे स्टेशन पर माल गोदाम कहाँ बनेगा। माल गोदाम जहाँ बनेगा वहाँ हल्के और भारी वाहनों की आवाजाही बनी रहेगी। इन वाहनों के शहर में आने जाने के लिये कटंगी नाका से शुक्रवारी मार्ग कुछ दूरी तक तो चौड़ा मिलेगा, पर घसियारी मोहल्ले के बाद यह संकरा हो जाता है।

इसी तरह कटंगी नाके से मठ मंदिर होकर छिंदवाड़ा नाका जाने वाले मार्ग पर कटंगी नाके से जैसवाल कॉलोनी तक तो पर्याप्त चौड़ाई दिखायी देती है पर उसके बाद यह मार्ग तंग गली में तब्दील हो जाता है। दीवान महल मार्ग और मठ मंदिर मार्ग में बसाहट लगभग चार पाँच दशक पुरानी है, इसलिये यहाँ मार्ग चौड़ा करने में प्रशासन को जमीन का अधिग्रहण करना होगा।

लोगों ने सुझाव दिया है कि इन दोनों मार्ग से अतिक्रमण हटाये जाने की कार्यवाही करते हुए अगर रेलवे स्टेशन के सामने संजय निकुंज होते हुए जाने वाले मार्ग को अस्सी फीट चौड़ा एवं प्लेटफॉर्म नंबर तीन के पास बनने वाले मार्ग को चालीस फीट चौड़ा बना दिया जाये तो यहाँ से वाहन आसानी से आ-जा सकते हैं।

अभी निर्माण कार्य चूँकि जारी है और सड़क का काम आरंभ नहीं हुआ है अतः रेलवे के अधिकारियों को अगर जन प्रतिनिधियों के द्वारा इस तरह के सुझाव दिये जाकर अगर आवश्यकता है तो जमीन अधिग्रहण (संभवतः संजय निकुंज जो कि सरकारी है) की आवश्यकता ही होगी तो मार्ग का निर्माण इस तरह करवाया जा सकता है कि आने वाले समय में शायद ही कभी कोई परेशानी प्रशासन को भविष्य में हो