पुलिस की सख्ती से दिन निपटा शांतिपूर्वक

 

धारा 144 के बावजदू भी सैकड़ों की तादाद में जुटी भीड़!

(अखिलेश दुबे)

सिवनी (साई)। नागरिकता कानून के मद्देनज़र कानून और व्यवस्था को लेकर प्रशासन बृहस्पतिवार को पूरी तरह चाक चौबंद ही नज़र आया। सुबह से ही चप्पे – चप्पे पर पुलिस के वाहन गश्त करते दिखे। धारा 144 प्रभावी होने के बाद भी हज़ारों की तादाद में लोग जुटे और ज्ञापन सौंपा।
बताया जाता है कि बुधवार और बृहस्पतिवार की रात लगभग बारह बजे जब लोग गहन निद्रा में थे तब वाहनों से धारा 144 के लगने और रैली, धरना, प्रदर्शन आदि पर प्रतिबंध की मुनादी पिटवायी जा रही थी। वाहनों से यह उद्घोषणा सुबह चार बजे तक चलती रही। लोगो का कहना था कि जो लोग अशांति फैलाना चाहते हैं उन्हें सचेत करने के लिये ही यह कवायद की गयी होगी, क्योंकि अमन पसंद शहरी तो रात दस बजे ही निद्रामग्न हो जाता है।

बृहस्पतिवार को सुबह पुलिस के द्वारा फ्लेग मार्च भी किया गया, जिसमें भारी मात्रा में पुलिस बल मौजूद रहा। इसके अलावा दिन भर शहर के विभिन्न हिस्सों में पुलिस के वाहन पेट्रोलिंग करते नज़र आये। बस स्टैण्ड के समीप अब्बास भाई के पेट्रोल पंप के समीप पुलिस की तीन बस खड़ी हुईं थीं। संभवतः विषम परिस्थितियों से निपटने पुलिस के द्वारा इस तरह की व्यवस्था की गयी थी।

बताया जाता है कि दोपहर दो बजे के बाद छोटी मस्ज़िद चौक पर लोगों का जमावड़ा आरंभ हुआ। इस जमावड़े में काँग्र्रेस के नेताओं का भी शुमार था। पुलिस के द्वारा धारा 144 का हवाला देकर इन्हें वहाँ से हटने की बात कही गयी, पर लोग ज्ञापन सौंपने की बात पर अड़े रहे।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार इस दौरान यहाँ उपस्थित लोग जमकर नारेबाजी करते नज़र आये। इस पूरे घटनाक्रम को कुछ लोगों के द्वारा कैमरों में भी कैद किया है। इसके बाद अनुविभागीय अधिकारी राजस्व के द्वारा यहाँ उपस्थित लोगों से ज्ञापन लिया गया। इसके बाद यहाँ एकत्र भीड़ छटना आरंभ हुई।

ज्ञातव्य है कि जिला प्रशासन के द्वारा तीन दिन पहले धारा 144 लागू कर दी गयी थी। इसके बाद बीति रात प्रशासन के द्वारा धरना, प्रदर्शन एवं रैली के लिये पूर्व में दी गयी अनुमतियों को निरस्त कर दिया गया था। पूर्व निर्धारित कार्यक्रमों की अनुमतियां तो निरस्त कर दी गयीं थीं, किन्तु ऐहतियात के तौर पर प्रशासन के द्वारा बाहर से पुलिस बल भी बुलवा लिया गया था।

इधर, कोतवाली पुलिस सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि वैसे तो लोगों के एक साथ जुटने पर धारा 144 का उल्लंघन हुआ है, पर सब कुछ शांति पूर्ण तरीके से ही हुआ। पुलिस के द्वारा इन पंक्तियों के लिखे जाने तक किसी के खिलाफ किसी तरह का प्रकरण दर्ज नहीं किया गया है।