सूर्य पर भी बदलता रहता है मौसम!

 

ब्रह्माण्ड में अनगिनत तारे हैं और उन्ही में से एक तारा है सूर्य जो की हमारे सौर मंडल के मध्य में स्थित है। सूर्य के बिना पृथ्वी की कल्पना करना भी मुश्किल है, अगर सूर्य ना हो तो पेड़ पौधे, और पशु पक्षी आदि भी नहीं होंगे क्योंकि पेड़ पौधों को जीवित रहने के लिए सूर्य की रौशनी जरुरी होती है और कई ऐसे जीव हैं जो सिर्फ पेड़ पौधों पर ही निर्भर होते हैं। अगर सूर्य ना हो तो पृथ्वी अँधेरी हो जाएगी और मनुष्य को भी कई पोषक तत्व नहीं मिल पाएंगे। आज हम आपको सूर्य के बारे में कुछ हैरान कर देने वाली जानकारियां देंगे, तो आइये सूर्य के बारे में थोड़ा और जानते हैं।

सूर्य की उत्पत्ति आज से करीब 4.6 बिलियन साल पहले हुई थी, सबसे बड़ी मात्रा में सूर्य हाइड्रोजन और हीलियम गैस से निर्मित है।

क्या आपको पता है सूर्य के चमकने का कारण क्या है ? दरअसल प्रतिसेकन्ड सूर्य के केंद्र से 700 मिलियन टन हाइड्रोजन न्यूक्लियर विखंडित होते हैं और इस कारण ये हिलियन में परिवर्तित हो जाते हैं जिस कारण एक ऐसी शक्ति पैदा होती है जिसे फोटोन के नाम से जाना जाता है और इसी कारण सूर्य में इतनी तेज रौशनी बनती है।

सूर्य मंडल के कुल वजन का 99.24 प्रतिशत सिर्फ सूर्य का वजन है। आपको जानकर आश्चर्य होगा की जिस तरह हमारी धरती पर मौसम बदलता है वैसे ही सूर्य पर भी मौसम बदलता रहता है। सूर्य और पृथ्वी की दूरी करीब 150 लाख किलोमीटर है लेकिन सूर्य के प्रकाश को धरती तक पहुँचने में सिर्फ 8 मिनट और 20 सेकंड ही लगते हैं।

सूर्य का व्यास 1, 391, 400 कि.मी. है जो धरती के व्यास से 109 गुना ज्यादा है। सूर्य की बाहरी सतह का तापमान करीब 5500 डिग्री सेल्सियस होता है जबकि इसकी आंतरिक सतह का तापमान करीब 1 करोड़ 30 लाख डिग्री सेल्सियस तक होता है।

सूर्य का आकार इतना बड़ा है कि अगर इसे खोखला कर दिया जाये और इसमें पृथ्वी डाली जाये तो इसमें करीब 103 मिलियन धरती समा सकती है। संस्कृत में सूर्य के 108 नाम हैं। सूर्य को आकाशगंगा का एक चक्कर पूरा करने में करीब 225-250 मिलियन वर्ष लग जाते हैं।

पृथ्वी पर हर साल अधिकतम 5 बार सूर्य ग्रहण लगता है। सूर्य और धरती के बीच चन्द्रमा आ जाने की स्थिति को ही सूर्य ग्रहण कहा जाता है और ये स्थिति अधिकतम 20 मिनट तक रह सकती है। सूर्य के मध्य में जो ऊर्जा उत्पन्न होती है उसे इसकी सतह तक आने में करीब 5 करोड़ वर्ष लग जाते हैं।

सूर्य की उत्पत्ति के बाद आज तक सूर्य सिर्फ 20 बार ही आकाशगंगा का पूरा चक्कर लगा पाया है। अगर एक दिन के लिए भी सूर्य का प्रकाश पृथ्वी को ना मिले तो पूरी पृथ्वी बर्फ की तरह जम जाएगी। वैज्ञानिकों के अनुसार आज से करीब 7 अरब 70 करोड़ साल बाद सूर्य का आकार 200 गुना बड़ा हो जायेगा और ये एक लाल दानव का रूप ले लेगा।

(साई फीचर्स)