क्या होगी बिजली देयकों की वसूली!

 

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(सादिक खान)

सिवनी (साई)। जिला चिकित्सालय परिसर में संचालित समस्त कार्यालयों को एक हाई टेंशन लाईन से जोड़े गये ट्रांसफॉर्मर के जरिये बिजली प्रदाय किये जाने के बाद एक ही मीटर लगाया गया था, जिसके कारण यहाँ संचालित समस्त कार्यालयों और रिहाईश वाले आवासों का एक ही बिल आ रहा था।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय के उच्च पदस्थ सूत्रों ने स्थिति स्पष्ट करते हुए बताया कि सिवनी में पदस्थ रहे जिलाधिकारी धनराजू एस. के कार्यकाल में जिला अस्पताल परिसर में एक ट्रांसफॉर्मर लगाया जाकर इसे हाई टेंशन लाईन से सप्लाई दी गयी थी।

सूत्रों ने आगे बताया कि इसके बाद अस्पताल परिसर का एक ही बिजली का मीटर लगा दिया गया था। यहाँ संचालित होने वाले विभिन्न कार्यालयों को न तो सब मीटर दिये जाने की कवायद की गयी और न ही हर माह किसी से भी देयक वसूला गया। जो भी देयक आया उसका भुगतान मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय के द्वारा कर दिया जाता रहा है।

सूत्रों ने बताया कि इस मामले में बिजली विभाग के द्वारा भी सीएमएचओ कार्यालय से स्पष्टीकरण माँगने की तैयारी की जा रही है कि अस्पताल परिसर में निज़ि रूप से या अन्य सरकारी कार्यालयों में बिजली की सप्लाई के देयकों को संबंधितों से क्यों नहीं वसूल किया गया! इसके अलावा सब मीटर लगाये जाने की बात भी बिजली विभाग के द्वारा स्वास्थ्य विभाग से कही जा सकती है।

सूत्रों का कहना था कि नियमानुसार सरकारी कार्यालयों में बिजली के देयकों का भुगतान अलग – अलग किया जाता है। इसके लिये राज्य शासन के द्वारा स्थापना व्यय की मद में निश्चित राशि भी स्वीकृत कर भेजी जाती है। अब यक्ष प्रश्न यही खड़ा हुआ है कि निज़ि तौर पर जिन उपभोक्ताओं के द्वारा महीनों तक बिना पैसे दिये बिजली का उपयोग किया जाता रहा है, सीएमएचओ कार्यालय क्या उन लोगों से इस राशि की वसूली की कार्यवाही की जायेगी!