पंचतत्व में विलीन हुए महंत अनंतानंद

 

(ब्यूरो कार्यालय)

सिवनी (साई)। अमृतसर के प्रसिद्ध संगलवाला अखाड़ा के महंत अनंता नंद महाराज के परम शिष्य तथा उदासीन आश्रम धंतोली नागपुर के व्यवस्थापक वेदमुनी महाराज पंच तत्व में विलीन हो गये।

नागपुर के महंत शिवानन्द महाराज ने नरेला पहुँचकर विधिवत अंतिम संस्कार संपन्न किया। इस अवसर पर उदासीन आश्रम संगम चाल धंतोली नागपुर तथा सिवनी, चांवड़ी, नरेला, पायली, गंगाढाना, कारीरात, कन्हान, संगई मलारी (केवलारी), सिमरिया, भोमटोला, पलारी, जोरावरी, भोमा के सैकड़ों भक्तों ने उन्हें अंतिम बिदाई दी।

धंतोली आश्रम से जुड़े सेवक अनिल अग्रवाल तथा प्रवीण पंड्या ने बताया कि रविवार 12 जनवरी को प्रातः 10 बजे अस्थि संचय का कार्य किया जाकर कलशों में एकत्र किया जायेगा और उन अस्थि कलशों को बैनगगा नदी पुसेरा घाट, नर्मदा नदी जबलपुर स्थित ग्वारीघाट, गंगा नदी गणमुक्तेश्वर घाट में प्रवाहित किया जायेगा।

नरेला के सरपंच सूर्य नारायण बघेल के निवास से ब्रह्मलीन वेदमुनी महाराज की अंतिम यात्रा प्रारंभ हुई जिसमें मुख्य रूप से दत्तात्रेय मठ बण्डोल के नागा साधु स्वामी ओमेश्वर नाथ कुण्डल वाले बाबा, देवघाट के स्वामी बलवंतानन्द महाराज, सिवनी विधायक दिनेश राय, पूर्व विधायक केवलारी रजनीश हरवंश सिंह तथा बुलन्द शहर यूपी, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश से वेदमुनी महाराज के परिजन सहित नागपुर सिवनी के उदासीन परंपरा से जुड़े श्रद्धालु बड़ी संख्या में उपस्थित थे। पण्डित राजेन्द्र प्रसाद भार्गव (चांवड़ी वाले) ने अंतिम संस्कार कर्म का मंत्रों के साथ संपादन किया।