अंकुरित होकर सड़ने लगी धान!

 

बारिश से भीगी धान को अब धूप का सहारा

(सादिक खान)

सिवनी (साई)। खरीदी केंद्रों में भण्डारित धान और खरीदी के इंतजार में खड़े किसानों की धान बारिश में गीली होकर सड़ने की कगार पर जा पहुँची है। अब किसानों को अपनी धान सुखाने के लिये धूप का ही सहारा लेना पड़ रहा हैै, दूसरी और खरीदी गयी धान को सुखाने में खरीद केंद्र के प्रभारी दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं।

जिले में अनेक केंद्रों में खुले में भण्डारित बारिश से भीगी धान को अब किसान धूप का सहारा लेकर बचाने का प्रयास कर रहे हैं ताकि उनकी धान सही सलामत बच जाये और उन्हें उसका वाजिब दाम मिल सकें। इधर, केंद्रों में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी का कार्य इतनी मंथर गति से चल रहा है कि किसान अपनी बारी का इंतजार ही करते दिख रही हैं। वहीं पूर्व में खरीदी गयी धान का भी तेजी से उठाव नहीं हो पा रहा है, जिसके कारण किसानों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

शुक्रवार के बाद शनिवार को जिले में मौसम साफ रहा। सुबह के वक्त आसमान में बदली होने से किसानों को एक बार फिर से चिंता होने लगी थी लेकिन दोपहर बाद मौसम साफ होने और धूप निकलने के कारण किसानों ने राहत की सांस ली। इधर, धूप निकलने के बाद किसानों ने केंद्रों में ही रखी गयी धान जो कि बारिश से भीग गयी थी, उसे सुखाने का कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। दरसअल, पिछले दिनों हुई बारिश से केन्द्रों में रखी किसानों की धान बड़ी मात्रा में भीग गयी थी। इसके कारण किसानों को काफी नुकसान होने की संभावना है। हालांकि, किसानों द्वारा इस धान को बचाने का प्रयास किया जा रहा है।

जिले में सोसायटियों में किसानों से खरीदी गयी धान का मंद गति से परिवहन हो रहा है। इसके कारण मौजूदा समय में केंद्रों में ही धान रखने के लिये पर्याप्त स्थान नहीं है। इस कारण अन्य किसान भी धान नहीं ला पा रहे है।