राष्‍ट्रपति ने की पल्‍स पोलियो कार्यक्रम 2019 की शुरूआत

 

 

 

 

(ब्यूरो कार्यालय)

नई दिल्‍ली (साई)। राष्‍ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शनिवार को पल्‍स पोलियो कार्यक्रम 2019 की शुरूआत की। इस कार्यक्रम के तहत 17 करोड़ से ज्‍यादा बच्‍चों को पोलियो की दवा दी जाएगी।

राष्ट्रपति भवन की विज्ञप्ति के अनुसार, राष्ट्रपति ने राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस की पूर्व संध्या पर 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को पोलियो की दवा पिलाकर देशव्यापी पल्स पोलियो कार्यक्रम-2019 की शुरुआत की।

इस अवसर पर केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री जे पी नड्डा भी उपस्थित थे। राष्ट्रीय पोलियो दिवस रविवार को मनाया जाएगा। देश से पोलियो उन्नमूलन के लिए टीकाकरण अभियान के तहत 5 वर्ष से कम उम्र के 17 करोड़ से ज्यादा बच्चों को पोलियो की दवा दी जाएगी।

इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री जे पी नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में चलाये जा रहे इस टीकाकरण अभियान का उद्देश्य बच्चों को पहले की अपेक्षा 5 से अधिक बीमारियों से पूरी तरह सुरक्षित करना है। उन्होंने कहा कि इसके लिए न्यूमोकोकल कॉन्जुगेट, रोटावायरस और मिजिल्स रूबेला जैसे नए टीके शुरु किए गए हैं। नड्डा ने कहा कि बच्चों को अतिरिक्त सुरक्षा देने के लिए सरकार ने इंजेक्शन के जरिए पोलियो की दवा देने के वास्ते अपने नियमित टीकाकरण अभियान में इनएक्टिवेटेड पोलियो टीका भी शामिल किया है।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सरकार बच्चों को ज्यादा से ज्यादा बीमारियों से बचाने के लिए सभी तरह के प्रयास कर रही है। उन्होंने यह सुनिश्चित करने पर जोर दिया कि टीकाकरण अभियान के तहत सभी तरह के टीके देश के हर कोने में बच्चों तक पहुंच सकें। नड्डा ने कहा कि सार्वभौमिक टीकाकरण अभियान के साथ ही देश में मिशन इंद्रधनुष की भी शुरुआत की गई है ताकि 90 प्रतिशत से ज्यादा बच्चों को टीकाकरण के दायरे में लाने का लक्ष्य प्राप्त किया जा सके।

उन्होंने कहा कि मिशन इंद्रधनुष के तहत अब तक 3.39 करोड़ बच्चों और 87 लाख गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण किया जा चुका है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि टीकाकरण अभियान की मजबूती से देश में शिशु मृत्यु दर काफी घट गई है। वर्ष 2014 में जहां ये प्रति हजार 39 शिशु थी वहीं 2017 में यह घटकर प्रति हजार 32 शिशु रह गई है। नड्डा ने न केवल पोलियो कार्यक्रम बल्कि टीकाकरण के अन्य प्रयासों को भी मजबूत बनाने के लिए राज्य सरकारों और विश्व स्वास्थ्य संगठन, यूनिसेफ और रोटरी इंटरनेशनल आदि जैसे संगठनों की कोशिशों की भी सराहना की। उन्होंने देश को पोलियो मुक्त रखने के लिए स्वयंसेवकों, कार्यकर्ताओं और राज्यों के स्वास्थ्य अधिकारियों के प्रयासों की सराहना की।