नहीं हो रही कबाड़ियों की जाँच!

 

कबाड़ की आड़ में गल रही चोरी की सामग्री!

(संजीव प्रताप सिंह)

सिवनी (साई)। जिला पुलिस अधीक्षक के स्पष्ट निर्देशों के बाद भी जिले भर के थाना प्रभारियों के द्वारा स्थान – स्थान पर संचालित होने वाले कबाड़ के व्यवसाय की जाँच नहीं की जा रही है। आलम यह है कि चोरी के माल इन कबाड़ियों के पास आसानी से गल रहे हैं।

ज्ञातव्य है कि पिछले साल 18 अगस्त को बटवानी स्थित कबाड़ के गोदाम में लखनवाड़ा पुलिस के द्वारा छापा मारा जाकर दिलीप बिल्डकॉन कंपनी के द्वारा फोरलेन के निर्माण में प्रयुक्त होने वाली सामग्री को जप्त किया गया था। पुलिस को गोदाम खंगालने पर लगभग 300 किलो वह सामग्री मिली थी, जो कंपनी के द्वारा निर्माण में प्रयुक्त की जा रही थी। इस मामले में पुलिस के द्वारा एक व्यक्ति को गिरफ्तार भी किया गया था।

जिला पुलिस अधीक्षक कुमार प्रतीक के द्वारा भी हर पंद्रह दिन में कबाड़ियों की जाँच के निर्देश दिये गये थे। ये निर्देश भी हवा में उड़ते ही नज़र आ रहे हैं। या तो थाना पुलिस बल द्वारा कबाड़ियों के पास जाकर उनकी जाँच नहीं की जा रही है या जाँच की जा रही है तो इसकी जानकारी जन संपर्क कार्यालय के जरिये मीडिया को नहीं दी जा रही है।

यहाँ यह उल्लेखनीय होगा कि पूर्व में परीवीक्षाधीन अवधि में भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी सिद्धार्थ बहुगुणा जब अनुविभागीय अधिकारी सिवनी के पद पर पदस्थ थे, उस दौरान कबाड़ मामले में रिश्वत की बात प्रकाश में आयी थी। इस दौरान बड़ी कार्यवाही की गयी थी और कई कर्मचारियों पर गाज भी गिरी थी।

शहर के अंदर हैं कबाड़ गोदाम : कुछ साल पहले कटंगी रोड बायपास पर कबाड़ में आग लगने के बाद बड़ी मशक्कत के बाद आग को बुझाया गया था। अब जबकि शहर को सुव्यवस्थित करने का काम जिला प्रशासन के द्वारा किया जा रहा है तब लोगों को उम्मीद है कि शहर के अंदर हो रहे कबाड़ के व्यवसाय को शहर के बाहर स्थानांतरित करने की दिशा में भी पहल की जायेगी।

चोरी का माल बिक रहा कबाड़ में : कहा जा रहा है कि पुलिस के द्वारा नियमित जाँच नहीं किये जाने से चोरों के हौसले बुलंदी पर हैं। इन कबाड़ व्यापारियों के पास चोरी के वाहन और अन्य सामग्रियां बिक रही हैं।