कब होगी चिटफंड कंपनियों पर कार्यवाही!

 

एक बंद होती है तो दूसरे नाम से फिर हो जाती है चालू!

(अखिलेश दुबे)

सिवनी (साई)। जिले में चिटफंड कंपनियों के मकड़जाल में निवेशक उलझते जा रहे हैं। आकर्षक योजनाओं के जरिये इस तरह की कंपनियां पहले निवेशकों को लोक लुभावन सब्ज बाग दिखाती हैं फिर बाद में अपना कारोबार समेटकर चंपत हो जाती हैं। निवेशक इन्हें खोजते रह जाते हैं। मजे की बात तो यह है कि कुछ ही दिनों बाद इस तरह की कंपनियों के द्वारा नये नाम से कारोबार आरंभ कर दिया जाता है।

बताया जाता है कि जिले में पहले पिनकॉन कंपनी के द्वारा लोगों को रिझाया जाकर उनसे निवेश करवाया गया था। बाद में इस कंपनी को बंद कर दिया गया था। इस कंपनी का कार्यालय जब बंद हुआ तब निवेशक अपनी असल (मूल) रकम वापस पाने यत्र तत्र भटकते रहे। बाद में पिनकॉन कंपनी का कारोबार उत्कल मार्केटिंग कंपनी के नाम से आरंभ कर दिया गया।

कंपनी से जुड़े एक अभिकर्त्ता ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि कंपनी के द्वारा अभिकर्त्ताओं को अधिक से अधिक बिजनेस लाने के लिये तरह तरह के लुभावने ऑफर भी दिये जाते हैं। उक्त अभिकर्त्ता ने एक पर्चा भी दिखाया जिसे विनोद साहू, पुष्पेश साहू, गणेश साहू (843 5100 194) द्वारा जारी किया गया है।

इस पर्चे में दस हजार तक के व्यापार लाने पर हाथ घड़ी, पच्चीस हजार तक के व्यापार पर दस ग्राम का चाँदी का सिक्का, पचास हजार पर एक ब्रांडेड कंपनी का सीलिंग फेन, एक लाख पर ब्रांडेड कंपनी की मिक्सी, डेढ़ लाख का व्यापार लाने पर ब्रांडेड कंपनी का इंडॅक्शन कुकर देने का वायदा किया गया।

इस पर्चें में दो लाख के व्यापार लाने पर ब्रांडेड कंपनी की चार कुर्सी एवं सेंटर टेबल, तीन लाख पर पाँच हजार रुपये का ब्रांडेड कंपनी का मोबाईल, पाँच लाख रुपये का व्यापार लाने पर आठ हजार रुपये का ब्रांडेड कंपनी का मोबाईल बतौर तोहफा दिये जाने का ऑफर दिया गया था। इसके अलावा दस लाख के व्यापार पर 180 लीटर का ब्रांडेड कंपनी का फ्रिज देने की बात भी कही गयी।

इतना ही नहीं इस पर्चे में न्यू ज्वॉईनिंग प्राईज सर्कुलर में आरडी बेस (रिकरिंग डिपॉजिट के आधार पर) तीन लोगों को ज्वॉईन कराने एवं इक्कीस हजार रुपये के नये आरडी बिजनिस लाने पर एक हजार रुपये नगद, पाँच ज्वॉईनिंग एवं 30 हजार रुपये का नया बिजनिस लाने पर दो हजार, सात ज्वॉईनिंग एवं 45 हजार रुपये का बिजनिस लाने पर तीन हजार तो 15 या अधिक नयी ज्वॉईनिंग एवं पचहत्तर हजार रुपये का व्यवसाय लाने पर पाँच हजार रुपये नगद दिये जाने की बात कही गयी।

इस तरह की चिटफंड कंपनियों की विश्वसनीयता पर भी प्रश्न चिन्ह लग रहे हैं। लोगों का कहना है कि जिले में लंबे समय से अनगिनत चिटफंड कंपनियां लोगों से निवेश के नाम पर पैसे ऐंठ कर गायब हो रही हैं। इन कंपनियों द्वारा नियुक्त किये गये एजेंटों की बातों में उलझकर निवेशकों का पैसा डूब रहा है।