01 फरवरी से जारी होंगे नए ड्राइविंग लाइसेंस

 

करेंगे एड्रेस प्रूफ का भी काम

(ब्यूरो कार्यालय)

ग्वालियर (साई)। केंद्र सरकार ने देश भर के लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन कार्ड में एकरूपता लाने के लिए मार्च 2019 में अधिसूचना जारी की थी। प्रदेश में भी इस दिशा में काफी समय से काम चल रहा था। पहले 15 जनवरी से नए कार्ड जारी करने की योजना थी, इसके लिए भव्य आयोजन भी प्लान किया जा रहा था। लेकिन समय पर काम पूरा नहीं हो सका।

इसलिए अब एक फरवरी से नए लाइसेंस कार्ड जारी किए जाएंगे। इस कार्ड में पहली बार आर्गन डोनर से लेकर ब्लड ग्रुप तक की जानकारी होगी। जिससे यदि कोई सड़क हादसा भी होता है तो लाइसेंस की मदद से डॉक्टर व पुलिस आपकी पूरी डिटेल हासिल कर सके।

अभी सभी राज्यों में ड्राइविंग लाइसेंस के अलग – अलग प्रारूप होते हैं। लेकिन वर्ष 2020 से पूरे देश में एक जैसा लाइसेंस बनेगा। नए लाइसेंस में चिप होगी, जिसे परिवहन विभाग स्कैन कर सकेगा। सामने फोटो के लिए जगह अधिक रखी गई है, कार्ड के सामने की तरफ नाम, जन्मतिथि, ब्लड ग्रुप, आर्गन डोनर के साथ पता लिखने के लिए तीन लाइन का स्थान भी दिया जाएगा। इससे यह अब एड्रेस प्रूफ के रूप में भी काम आ सकेगा। कार्ड में पीछे क्यूआर कोड होगा, जिसमें लाइसेंस धारक की पूरी जानकारी होगी।

क्या होगा फायदा : यदि कभी लाइसेंस धारक हादसे का शिकार होता है तो ऐसी स्थिति में पुलिस या डॉक्टर इस क्यूआर कोड को स्कैन करके पूरी जानकारी हासिल कर सकते हैं। इससे दुर्घटनाग्रस्त होने पर तुरंत ब्लड या अन्य सुविधा उपलब्ध कराई जा सकेगी।

इसमें यह भी अंकित होगा कि लाइसेंस पहली बार कब जारी हुआ, एलएमवी, हैवी लाइसेंस कब दिया गया। लाइसेंस जारी करने की तारीख से लेकर वाहन का प्रकार, बैज नंबर भी लिखा होगा। कार्ड के पीछे लाइसेंस की अवधि, इमरजेंसी मोबाइल नंबर के लिए भी जगह दी जाएगी।

रजिस्ट्रेशन कार्ड भी बदल जाएगाः रजिस्ट्रेशन कार्ड भी पूरे देश में एक समान होगा। नए कार्ड में वाहन से संबंधित पूरी जानकारी होगी। इसमें इंजन, चेचिस नंबर के साथ ही ट्रैकिंग नंबर भी होगा। इसमें भी पीछे की तरफ क्यूआर कोड दिया जाएगा। इसमें वाहन की लंबाई, चौड़ाई, ऊंचाई और टायर के दोनों तरफ हैगिंग की भी डिटेल दर्ज होगी। क्यूआर कोड स्कैन करके गाड़ी की डिटेल हासिल की जा सकेगी।

एक फरवरी से लाइसेंस के नए कार्ड बनना शुरू हो जाएंगे। अब यह एड्रेस प्रूफ में भी काम आ सकेगा। इसमें लाइसेंसधारक के बारे में कई अन्य जानकारियां भी होंगी। जिनका इमरजेंसी में उपयोग किया जा सकेगा। इसी प्रकार आरसी का प्रारूप भी पूरे देश में एक समान होगा।

एमएस सिकरवार,

उप परिवहन आयुक्त,

ग्वालियर.