सिर पर परीक्षा, तबादले की राजनीति में उलझे शिक्षक

 

(ब्यूरो कार्यालय)

सिवनी (साई)। शालाओं में वार्षिक परीक्षाएं सिर पर आ चुकी हैं, और तबादले की राजनीति में उलझे शिक्षकों के कारण अध्यापन कार्य बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। उक्ताशय की बात रविदास शिक्षा मिशन के अध्यक्ष रघुवीर अहरवाल द्वारा जारी विज्ञप्ति में कही गयी है।

उन्होंने कहा कि लगभग दो माह पहले जिले के सैकड़ों शिक्षकों के तबादले स्वैच्छिक और प्रशासनिक आधार पर किये गये थे। इनमें से जिनके तबादले प्रशासनिक स्तर पर हुए थे उनमें से कुछ ने स्थगन आदेश ले आया, लेकिन सैकड़ों ऐसे शिक्षक भी हैं जिनके प्रशासनिक तबादले होने पर भी उन्हें कार्यरत शाला और संकुल केन्द्र से कार्यमुक्त नहीं किया गया। अगले माह फरवरी में प्री बोर्ड परीक्षाएं प्रारंभ हो रही हैं, उसके बाद मार्च में सभी कक्षाओं की परीक्षाएं आरंभ हो जायेंगी। ऐसी दशा में छात्र – छात्राओं की पढ़ायी में भारी रूकावट देखी जा रही है।

रघुवीर अहरवाल ने बताया कि सरकार बदलते ही कुछ छुटभैया नेताओं ने अपनी खुन्नस निकालते हुये सैकड़ों शिक्षकों के तबादले करवा दिये। इनमे कुछ लापरवाह शिक्षक भी शामिल हैं। कुछ शिक्षकों ने न्यायालय से स्थगन आदेश ले आया है तो कुछ ने राजनीतिक पहंँच के तहत अपने तबादले निरस्त या मनमर्जी के स्थान पर कराने के लिये आवेदन दिया है, जो अभी जिला प्रशासन में विचाराधीन है। इसके कारण सैकड़ों शिक्षक पूरे मन से अपनी शालाओं में पढ़ायी – लिखायी का काम नहीं कर पा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि सभी जानते हैं कि फरवरी माह में प्री बोर्ड परीक्षाएं प्रारंभ हो रही हैं और मार्च महीने में प्रायः सभी कक्षाओं की परीक्षाएं प्रारंभ हो जायंेगी, उधर शासन प्रशासन सभी कक्षाओं के अच्छे परीक्षा परिणाम लाने के लिये कई तरह के प्रयास में लगा है, लेकिन सैकड़ों शिक्षकों के तबादलों पर उचित निर्णय नहीं होने से छात्र – छात्राओं की पढ़ायी में भारी व्यवधान उत्पन्न हो रहा है।

रविदास शिक्षा मिशन के अध्यक्ष रघुवीर अहरवाल ने जिला प्रशासन से अपील की है कि अतिशीघ्र शिक्षकों और छात्र – छात्राओं के हित को ध्यान में रखते हुए तबादलों के विषय में उचित निर्णय लिया जाये।