थोड़ा रोमांच, थोड़ी मस्ती, जानिए कैसी है फिल्म ‘डॉक्टर डूलिटिल’

 

कहानीः सबके चहेते हॉलीवुड एक्टर रॉबर्ट डाउनी जूनियर फिल्म एवेंजर्स एंडगेमके बाद डॉक्टर डूलिटिलके रूप में एक बार फिर दर्शकों से रूबरू हुए हैं। और कहना पड़ेगा कि स्टीफन गैघन निर्देशित इस फिल्म में वह अपने पूरे फॉर्म में हैं। फिल्म की सबसे बड़ी ताकत हैं इसके मजेदार संवाद और इसकी सिनेमेटोग्राफी।

यह डूलिटिलदरअसल डॉक्टर डू लिटिलसीरीज की फिल्मों का रीबूट (किसी पुरानी कहानी को नए अंदाज में पेश करना) है। इस सीरीज के इतिहास की बात करें तो जहां साल 1967 में रिलीज इस फिल्म के म्यूजिकल रूपांतरण को दर्शकों ने नकार दिया था, वहीं साल 1998 में रिलीज फिल्म डॉक्टर डूलिटिल’, जिसमें एडी मर्फी ने अभिनय किया था, को खूब सराहा गया था। इसके बाद इस फिल्म का एक सीक्वल डॉ. डूलिटिल 2और तीन स्पिनऑफ (मुख्य फिल्म के किसी एक किरदार की जिंदगी को विस्तार देने वाली फिल्म) डॉ. डूलिटिल 3’, ‘टेल टू द चीफऔर मिलियन डॉलर मट्सफिल्में भी रिलीज हुई थीं।

यकीनन थॉमस शेफर्ड की लिखी हुई डूलिटिलकी कहानी शातिर, पैनी नहीं है…यह बेहद साधारण और सहज है। हां, एक बात तय है, सिनेमाई परदे पर इसे दिखाने का तरीका बेहद मासूम और दिल छूने वाला है। इसमें पुराने दौर वाली फिल्मों की एक मासूमियत है जो नई फिल्मों में कम ही देखने को मिलती है। फिल्म में हम मिलते हैं डॉक्टर डूलिटिल (राबर्ट डाउनी जूनियर) से, जो अपनी पत्नी लिली की मौत से बेहद दुखी हैं। वह इंग्लैंड की महारानी विक्टोरिया (जेसिका बकली) के दिए एक बंगले में कुछ जानवरों के साथ रहते हैं और कई सालों से किसी इनसान से नहीं मिले हैं। वह दुनिया से इतने बेखबर हैं कि उनकी बढ़ी हुई दाढ़ी में कुछ जानवरों ने घर बना लिया है! अचानक एक दिन खबर आती है कि महारानी विक्टोरिया बहुत बीमार हैं। कुछ देर नानुकर करने के बाद डॉक्टर डूलिटिल महारानी के पास जाने के लिए राजी हो जाते हैं। वहां एक्वेरियम में कैद एक ऑक्टोपस से बात करके उन्हें पता लगता है कि महारानी विक्टोरिया को जहर दिया गया है। पर किसने? आगे की कहानी यही राज खोलती है।

एक्टिंग के लिहाज से रॉबर्ट डाउनी जूनियर ने अच्छा काम किया है। डूलिटिल के सहयोगी टॉमी स्टबिंस के किरदार में हैरी कॉलेट ने भी शानदार काम किया है। फिल्म देखते हुए आपको कई बार पाइरेट्स ऑफ दि कैरीबियनऔर जंगल बुकजैसी फिल्मों की भी याद आती है। फिल्म कभी रोमांच की पगडंडियों से होकर गुजरती है, कभी कॉमेडी के टापुओं पर ठहरती है तो कभी भावनाएं की ओस में भीगती है। इसके खत्म होने के बाद आप साथ लेकर जाते हैं एक प्यारी सी मुस्कान। फिल्म के अंग्रेजी संस्करण में जॉन सीना, रामी मैलेक, टॉम ओलांद और सेलेना गोमेज जैसे सितारों ने अपनी आवाज दी है। इस फिल्म का हिंदी डब संस्करण भी बेहद रोचक है जिसमें रॉबर्ट डाउनी जूनियर के लिए राजेश खट्टर ने डबिंग की है। 

(साई फीचर्स)