सीएम हेल्पलाईन में भी नहीं हो रही सुनवायी!

 

पखवाड़े भर से अध्ंाकार में डूबा है छपारा शहर!

(ब्यूरो कार्यालय)

छपारा (साई)। प्रदेश की सबसे बड़ी ग्राम पंचायत मानी जाने वाली छपारा के मुख्यालय में एक पखवाड़े से अंधकार पसरा हुआ है। नागरिकों के द्वारा बार – बार अवगत कराने के बाद भी अंधकार दूर नहीं हो पाया है। इतना ही नहीं 181 नंबर पर सीएम हेल्प लाईन में शिकायत का नतीजा भी सिफर ही दिख रहा है।

ग्राम पंचायत के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि बिजली विभाग के द्वारा ग्राम पंचायत पर एक लाख 90 हजार रूपए का बिजली का बिल बाकी होने के चलते बिजली विभाग के द्वारा 22 जनवरी को शहर की स्ट्रीट लाईट का कनेक्शन काट दिया गया था।

सूत्रों ने बताया कि छपारा की सरपंच पूनम सैयाम के वित्तीय प्रभार छिनने के बाद लगभग तीन माहों से ग्राम पंचायत छपारा के प्रभारी सरपंच के रूप में जनपद पंचायत छपारा में पदस्थ पंचायत समन्वयक के.एस. टेकाम को प्रभार सौंपा गया था, वही पंचायत सचिव के रूप में महेंद्र भारती को भी इस पंचायत की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

सूत्रों की माने तो पिछले 03 माह से प्रभारी सरपंच और सचिव तथा ठेकेदार की सांठ गांठ करते हुए लगभग एक करोड़ रुपए राशि का बंदर बांट निर्माण कार्यों की आड़ में कर दिया गया है। हैरान करने वाली बात यह है कि छपारा नगर की मूलभूत सुविधाओं के लिए इतनी बड़ी राशि का इन 05 सालों में आज तक सदुपयोग क्यों नहीं किया गया, यह भी आश्चर्य का विषय माना जा रहा है।

शहर वासियों का कहना है कि ग्राम पंचायत के कर्ताधर्ताओं के द्वारा लाखों करोड़ों रूपए की बंदरबांट की जा रही है पर किसी के पास बिजली विभाग के बकाया को अदा करने की फुर्सत नहीं है। ग्रामीणों ने इस मामले में जिला प्रशासन के ध्यानाकर्षण की अपेक्षा व्यक्त की है।