20 लाख का कर्ज उतारने के लिए 336 किमी का सफर. . .

 

बडी दूर से चोरी करने आते थे जीजा-साले

(ब्‍यूरो कार्यालय)
विदिशा (साई)। मध्य प्रदेश पुलिस के हत्थे चढ़े चोरों ने एक ऐसा राज उगला जिसे सुनकर न केवल आम लोग बल्कि पुलिस वाले तक हक्केबक्के रह गए। इनके द्वारा खोले गए राज ने जहां पुलिस को आयना दिखाने का काम किया। वहीं एक ऐसी बात भी बताई जिसने हर किसी को चौंका कर रख दिया।

दरअसल विदिशा में चोरी के लिए ये चोर 336 किलोमीटर की दूरी ट्रेन से तय करके आते, फिर आराम से यहां लोगों के घरों में हाथ साफ करते, इतना ही नहीं इन्हें यहां की पुलिस का स्वभाव इतना अच्छा लगा कि पकड़े जाने के बाद भी पुलिस के रवैया की तारीफ करते ही दिखे।

ऐसे समझें पूरा मामला…

विदिशा से करीब 336 किमी दूर बसे ग्वालियर से जीजा-साले ट्रेन से विदिशा में आकर सूने घरों को निशाना बनाते थे। पुलिस की पकड़ में आने के बाद इन दोनों शातिर चोरों ने यह तक कबूला कि नवंबर से जनवरी तक शहर के 7 घरों में चोरियां की। चोरों के मुताबिक उन पर 20 लाख का कर्ज था और कर्ज उतारने के लिए ही उन्होंने चोरी करना शुरू किया।

पुलिस का रवैये ने बढ़ाया उत्साह-

इस पूरे मामले में पुलिस की आंख खोलने वाली सबसे खास बात तब रही कि जब चोरों ने कहा कि विदिशा आए तो यहां पुलिस के रवैया को देखते हुए चोरी करना बहुत आसान लगा। उनके अनुसार यहां पुलिस का रवैया हमें अच्छा लगा, इसलिए हम इतनी ज्यादा चोरी एक ही जगह पर कर सके।

पकड़े गए चोरों के अनुसार वे यहां ट्रेन से आते थे और रात में चाेरी करके वापस भी चले थे। उन्हें रास्ते में न तो कोई रोकता था और ना कोई टोकता था। ऐसा होने से उनकी हिम्मत और बढ़ गई और उन्हें लगातार चोरी करने का मौका मिला और लालच बढ़ता गया।

ऐसा करते हुए एक-एक करके 3 महीने के अंदर उन दोनों ने 7 चोरियों को आसानी से अंजाम दे दिया। चोरों का कहना था कि यहां पुलिस का रवैया हमें अच्छा लगा। इसलिए हम इतनी ज्यादा चोरी एक जगह कर सके।

खास बात ये है कि ये सातों चोरी शहर के सिर्फ कोतवाली थाना क्षेत्र में हुईं। शनिवार को कोतवाली थाना में एएसपी केएक बंजारे, थाना प्रभारी जयपाल इनवाती ने प्रेस वार्ता में चोरी का खुलासा किया।

खुद ही बाहर लगा गए थे नया ताला…

चोरों के मुताबिक 25-26 दिसंबर की रात में अंदर किला पेढ़ी चौराहे पर कृषि विभाग के रिटायर कर्मचारी विनोद नारले के घर में ये दोनों बदमाश घुसे और 4 लाख की चोरी को अंजाम दिया। साथ ही चोरी की वारदात शुरुआत में समझ में न आए इसलिए गेट पर बाहर अपना ताला लगा गए थे। चोर यहां से जेवर और 2.50 लाख नगदी ले गए थे।

दोनों चोर स्टेशन को मानते थे सुरक्षित,लेकिन वहीं से पकड़ाए…

एएसपी केएल बंजारे ने बताया कि ग्वालियर जिले के सिरोल थाना के हुरावली निवासी 28 वर्षीय अर्जुनसिंह पुत्र रतिराम जाटव और उसकी पत्नी के भाई भिंड के मालनपुर मार्केट निवासी 19 वर्षीय नरेंद्र जाटव पुत्र रामहेत को गिरफ्तार किया।

ये दोनों जीजा-साले शहर में लगातार चोरियां कर रहे थे। सीसीटीवी कैमरे और उनकी मोबाइल लोकेशन के आधार पर शुक्रवार 7 फरवरी को विदिशा रेलवे स्टेशन से दोनों को गिरफ्तार किया गया।

शनिवार को पुलिस ने दोनों को न्यायालय में पेश किया और पीआर मांगा, लेकिन कोर्ट ने दोनों को जेल भेजने के आदेश दिए। इन दोनों ने 10 लाख 78 हजार रुपए का माल बरामद किया गया।

किट बॉक्स साथ रखकर करते थे चोरी…

थाना प्रभारी जयपाल इनवाती के अनुसार जब नरेंद्र को संदेह के आधार पर विदिशा स्टेशन पर पकड़ा गया तो उसके बैग की तलाशी ली गई। बैग में किट बाक्स मिला। बैग के अंदर लोहे का हथौड़ा, एक छोटा कटर, दो लोहे के बड़े-बड़े कटर एक लोहे की टामी मिली, जो वह अपने साथ रखते थे।

ऐसे पकड़ में आए चोर…

एएसपी बंजारे के मुताबिक लगातार चोरियों चोरियों के बाद पुलिस टीम का गठन किया गया और शहर के जिन स्थानों पर चोरियां हुईं वहां के रात के सीसीटीवी फुटेज खंगाले। साथ ही मोबाइल नंबरों की लोकेशन पर काम करना शुरू किया। आखिरकार पुलिस अर्जुन सिंह जाटव और नरेंद्र जाटव तक पहुंच गई।