प्रदेश बनेगा टेक्सटाइल और गारमेंट्स का हब

 

14,000 लोगों को मिलेगा रोजगार, सीएम कमलनाथ ने दिल्ली में उद्योगपतियों के साथ की राउंड टेबल मीटिंग

(ब्‍यूरो कार्यालय)
भोपाल (साई)। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ लगातार निवेशकों को लुभाने की कोशिश में जुटे हैं। वह लगातार उद्योगपतियों के सम्मेलन में जा रहे हैं, साथ ही उन्हें अपनी उद्योग नीति के बारे में जानकारी देकर निवेश के लिए लुभा रहे हैं। अब गुजरात के बाद मध्यप्रदेश को टेक्सटाइल और गारमेंट हब के रूप में विकसित करने की तैयारी है। सीएम ने इसके लिए दिल्ली में उद्योगपतियों के साथ राउंड टेबल मीटिंग की। जिसमें निवेश के कई प्रस्ताव आए हैं।

निवेश के इन प्रस्तावों से प्रदेश में हजारों युवाओं को रोजगार मिलेगा। राउंड टेबल मीटिंग के दौरान सीएम कमलनाथ ने यह ऐलान किया है कि प्रदेश में सौ करोड़ से ज्यादा का निवेश करने वालों को कई बड़ी रियायतें मेगा इंडस्ट्री का दर्जा देकर सुविधाएं दी जाएंगी। इस मीटिंग के दौरान तीन टेक्सटाइल कंपनियों ने प्रदेश में निवेश के लिए रुचि दिखाई है। कुल मिलाकर प्रदेश में करीब 3150 करोड़ रुपये का निवेश होगा।

तीन निवेश प्रस्तावों को मिली मंजूरी

सीएम के साथ राउंड टेबल मीटिंग में तीन निवेश प्रस्तावों को मंजूरी मिली है। जिसमें ट्राइडेंट कंपनी भोपाल में 3000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। इस प्रोजेक्ट से करीब 10000 युवाओं का रोजगार मिलेगा। इसके साथ ही गोकलदास एक्सपोर्ट्स भोपाल में 50 करोड़ रुपये का निवेश करेगी, जिसमें 3000 हजार युवाओं को रोजगार मिलेगा। और मयूर यूनिकोटर्स ग्वालियर में सौ करोड़ रुपये का निवेश करेगी। इससे एक हजार युवाओं को रोजगार मिलेगा।

मेगा पार्क भी होगा निर्माण

उद्योगपतियों के साथ राउंड टेबल मीटिंग के दौरान सीएम कमलनाथ ने यह भी घोषणा कि सीहोर में प्लग एंड प्ले इंडस्ट्रियल पार्क बनाया जाएगा। इस पार्क का निर्माण 60 एकड़ जमीन पर होगा। इसके अलावे निजी सेक्टर की मदद से एक गारमेंट पार्क भी बनाया जाएघा। वहीं, इंदौर के देवास के पास बरलाई में पीपीपी मॉडल पर ये गारमेंट पार्क तैयार होगा। इसके लिए मुख्य सचिव एस आर मोहंती की अध्यक्षता में एक समिति बना दी गई है।

दरअसल, मैग्निफिसेंट एमपी के बाद निवेशक लाने के लिए सीएम कमलनाथ दावोस भी गए थे। वहां भी उन्होंने विदेशी उद्योगपतियों से मध्यप्रदेश में निवेश के लिए बात की थी। साथ ही अपनी उद्योग नीति से उन्हें रूबरू करवाया था। अब दिल्ली में सीएम ने फूड प्रोसेसिंग सेक्टर के प्रतिनिधियों के साथ चर्चा की है। साथ ही यहां होने वाली समस्याओं और सुझावों पर उनसे चर्चा की है।