जानिए होलिका दहन से पहले क्या करना चाहिए?

 

होलिका दहन से पहले आपको और आपके सभी परिवार के सदस्यों को हल्दी का उबटन,सरसो तेल में मिलाकर पूरे बदन पर करना चाहिए।

फिर सूखने के बाद उसे एक कागज में शरीर से छुड़ाकर जमा कर लें।

फिर आप 5 या 11 गाय के उपले, एक मुट्ठी सरसो के दाने, नारियल का सूखा गोला लें।

फिर नारियल के सूखे गोले में जौ,तिल,सरसो का दाना,शक्कर,चावल और घी भर लें।

फिर उसे होलिका की जलती हुई अग्नि में प्रवाहित कर दें। साथ में उबटन के निकाले गए अंश को भी अग्नि में डाल दें।

होलिका दहन होने से पहले या फिर बाद में शाम के वक्त घर में उत्तर दिशा में शुद्ध घी का दीपक जलाएं। मान्यता है कि ऐसा करने से घर में सुख शांति आती है।

होलिका का परिक्रमा करने का भी बहुत महत्व है। ऐसा करने से हर तरह की परेशानियां, रोग और दोष खत्म हो जाते हैं। इसलिए आप परिक्रमा जरूर करें।

सबसे पहली बात तो यह है कि रंग जरुर खेले।

इस दिन रंग खेलने से जीवन में खुशियों के रंग आते है और मनहूसियत दूर भाग जाती है। अगर आप घर से बाहर जा कर होली नहीं खेलना चाहते हैं तो घर पर ही होली खेलिये लेकिन खेलिये जरुर।

सुबह सुबह पहले भगवान को रंग चढ़ा कर ही होली खेलना शुरू कीजिये।

एक दिन पहले जब होली जलाई जाये तो उसमे जरुर भाग लें। अगर किसी वजह से आप रात में होलीं जलाने के वक्त शामिल न हो पायें तो अगले दिन सुबह सूरज निकलने से पहले जलती हुई होली के निकट जाकर तीन परिक्रमा करें। होली में अलसी, मटर,चना गेंहू कि बालियाँ और गन्ना इनमे से जो कुछ भी मिल जाये उसे होली की आग में जरुर डालें।

परिवार के सभी सदस्यों के पैर के अंगूठे से लेकर हाथ को सिर से ऊपर पूरा ऊँचा करके कच्चा सूत नाप कर होली में डालें।

होली की विभूति यानि भस्म (राख) घर जरुर लायें पुरुष इस भस्म को मस्तक पर और महिला अपने गले में लगाये, इससे एश्वर्य बढ़ता है।

घर के बीच में एक चौकोर टुकड़ा साफ कर के उसमे कामदेव का पूजन करें।

होलिका वाले दिन कुछ मीठे पुए और पकौड़ी बनायें। इसे अलग निकाल कर रख दे और जब होलिका जले तो उसे होलिका में समर्पित कर दें। ऐसा करने से आपके घर में कभी भी अन्न या खाने की कमी नहीं होगी।आप अन्न से संपन्न होंगे।

होलिका वाले दिन सुबह नहाने से पूर्व पूरे परिवार को सरसों का उबटन लगाएं। इस उबटन के झाड़न को इकठ्ठा कर लें और जब होलिका जले तो उसमे दाल दें। ऐसे कर के आप अपने घर परिवार के सदस्यों पर आने वाली विपत्ति से मुक्ति पा सकते हैं। इससे रोग भी दूर होते हैं।

होलिका जलने के बाद उसकी राख को घर ले आइये और राख को घर के चारो तरफ और दरवाजे पर छिड़ दें। ऐसा करने से घर की निगेटिव एनर्जी ख़त्म होती है और घर में सुख समृध्दि और धन का वास होता है।

गाय के गोबर में जौ, अरसी, कुश मिलाकर छोटा उपला बना लें और इसे घर के मेन गेट पर लटका कर रख दें ऐसा करने सेे बुरी शक्तियों, टोने टोटके से घर परिवार बचा रहता है।

होलिका दहन के अगले दिन इस राख को माथे पर लगाएं। बाएं से दाएं की ओर तीन रेख माथे पर खींचे। पहली रेखा महादेव, दूसरा रेखा महेश्वर और तीसरी रेखा शिव की है। इससे सभी देवता प्रसन्न होंगे।

मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए होलिका दहन के समय घर से सरसों के कुछ दाने लाएं और उन्हें होलिका दहन के समय होली में समर्पित करें। ज्योतिष पण्डित दयानन्द शास्त्री जी ने बताया कि ऐसा करने से मां लक्ष्मी धन धान्य में वृद्धि करती हैं। 

इन उपाय में घर और परिवार की उन्नति का राज छुपा है। होलिका वाले दिन पुरे परिवार को होलिका जलते हुए देखना भी जरुरी होता है।

जानिए होली के दिन क्या करें और क्या न करें ?

होली के दिन दाम्पत्य भाव से अवश्य रहें।

होली के दिन मन में किसी के प्रति शत्रुता का भाव न रखें, इससे साल भर आप शत्रुओं पर विजयी होते रहेंगे।

घर आने वाले मेहमानों को सौंफ और मिश्री जरुर खिलायें, इससे प्रेम भाव बढ़ता है।

(साई फीचर्स)