नवरात्रि पर बन रहा है दुर्लभ संयोग

 

इस दिन होगी कलश की स्थापना

(ब्यूरो कार्यालय)

सिवनी (साई)। हिंदू पंचांग के अनुसार हिंदुओं के नव वर्ष की शुरुआत चैत्र नवरात्रि से होती है। माना जाता है कि चैत्र नवरात्रि में भगवान राम और माँ दुर्गा का जन्म हुआ था।

मराही माता स्थित कपीश्वर हनुमान मंदिर के मुख्य पुजारी उपेंद्र महाराज ने बताया कि माता के भक्त माँ को प्रसन्न करने के लिये वर्ष में दो बार शारदीय नवरात्रि और चैत्र नवरात्रि का व्रत रखते हैं। चैत्र नवरात्र प्रत्येक वर्ष चैत्र शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से आरंभ होते हैं।

इस वर्ष चैत्र नवरात्रि 24 मार्च को दोपहर 02ः57 बजे से आरंभ हो रहे हैं। चैत्र नवरात्रि की प्रतिपदा तिथि 24 मार्च दोपहर 02ः57 बजे से आरंभ होकर 25 मार्च को दोपहर 05ः26 बजे तक रहेगी। खास बात यह है कि इस बार चैत्र नवरात्रि के व्रत में किसी भी तिथि का क्षय नहीं है। इसकी वजह से देवी के भक्त पूरे नौ दिनों तक देवी की पूजा अर्चना और व्रत कर पायेंगे।

इस दिन होगी कलश की स्थापना : 25 मार्च से जिस दिन चैत्र नवरात्रि की शुरूआत होगी उसी दिन कलश की भी स्थापना होगी।

नवरात्रि पर किस दिन करें किस देवी की पूजा : पहला दिन देवी शैलपुत्री, दूसरा दिन ब्रह्मचारिणी देवी, तीसरा दिन चंद्रघण्टा देवी, चौथा दिन कूष्माण्डा देवी, पाँचवां दिन स्कंध देवी, छठा दिन कात्यायिनी देवी, सातवां दिन कालरात्रि देवी, आठवां दिन महागौरी देवी एवं नौवां दिन सिद्धिदात्री देवी की पूजा होगी।